महेंद्र कुमार सैनी
—–>जनसुनवाई में विधायक राजेंद्र गुर्जर कों सौंपा ज्ञापन,ग्रामीणों ने दिया तीन दिन का अल्टिमेटम।
—–>रोडवेज़ बसों के चालक अपनी मनमर्जी से कर रहे हैं बसों का ठहराव।
स्मार्ट हलचल|नगर फोर्ट उनियारा उपखण्ड क्षेत्र के चौरू में टोंक-सवाई माधोपुर नेशनल हाईवे मार्ग पर चलने वाली राजस्थान रोडवेज़ परिवहन निगम की बसों के चालक एवं परिचालाकों की मनमानी को लेकर कुछ दिन पहले ही पुर्व में उनियारा उपखंड अधिकारी को जनसुनवाई में अवगत कराया की राजस्थान परिवहन की मनमानी,को लेकर जनसुनवाई में ग्रामीणों ने अवगत कराया की चालक परिचालक अपनी मर्जी से बाईपास से उतारकर चले जाते हैं और कहते हैं कि हम अंदर नहीं जाएंगे हमारा स्टॉपेज नहीं है यह कहकर उतार देते हैं।टोंक सवाई माधोपुर रोडवेज विभाग लापरवाही या अनदेखी व हठधर्मिता पूर्ण रवैया का नजारा यहां खुलेआम देखा जा सकता है। चालक परिचालक चौरू बस स्टेण्ड पर यात्रियों को नहीं उतार कर बस स्टेण्ड से दो किलोमीटर की दूरी पर बायपास पर ही उतार देते है।और चौरू बस स्टैंड की सवारी बैठाने के लिए मना कर देते हैं। जिससे महिला यात्रियों सहित अन्य यात्रियों को चौरू से चौथ माता के दर्शन के लिए यात्रियों को पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। टोंक व सवाई माधौपुर डिपो के अधिकारियों की कथित अनदेखी एवं उदासीनता के चलते हुए इस मार्ग पर रोडवेज़ बसों के चालक अपनी मनमर्जी से बसों का ठहराव कर रहे हैं। ऐसे में दोनों डिपों की अधिकांश बसे चौरू बाइपास से निकलने के कारण चौरू बस स्टेण्ड पर आवागमन करने वाले यात्री घण्टों तक बसों के आने का इंतजार करते रहते हैं। काफी इंतजार करने के बाद भी बसों के नहीं आने के कारण यात्रियों को मजबूरन अधिक किराया देकर प्राइवेट बसों से यात्रा करनी पड़ रही है। जिससे राज्य सरकार को रोजाना राजस्व हानी उठानी पड़ रही है।यात्रियों को चौरु बस स्टैंड का टिकट दिया जाता है और उनको दो किलोमीटर पहले ही उतार दिया जाता है। इससे क्षेत्र के लोगों में रोडवेज चालकों परिचालकों के प्रति दिनोंदिन रोष बढ़ता जा रहा है। चौरू से चौथ का बरवाड़ा लसाडिया,सहिदाबाद,मोलवीनगर,कासिमपुरा,चौरु आदि के ग्रामीणों ने जानकारी में बताया कि पुर्व में उनियारा उपखण्ड अधिकारी को चौरु में जनसुनवाई के दौरान पत्र देकर अवगत कराया गया है। लेकिन रोडवेज विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अभी तक कोई समस्या का समाधान नहीं किया गया है। टोंक की ओर से उनियारा अलीगढ़ होते हुए आने वाली रोडवेज बसों का भी यही हाल है वह भी चौरु बाईपास पर ही यात्रियों को उतरने के लिए मजबूर कर देते हैं। इससे बायपास पर रोजाना यात्रियों और चालकों-परिचालकों के बीच आए दिन झगड़े फसाद गालीगलौच होती रहती हैं। वहीं ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद भी इस ओर ध्यान नहीं देकर मूकदर्शक बने हुए हैं। विधालय व कॉलेजों में जाने वाली छात्र छात्राओं ने कि पीड़ा जाहिर
विधालय व कॉलेजों में कुछ दिन बाद से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। परीक्षाएं शाम 5 बजे तक चलती हैं। शाम को महिलाओं के लिए बसों की सुविधा तों लेकिन छात्र छात्राओं देरी होने के कारण रोडवेज बस स्टैंड पर नहीं जानें से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।महिलाएं और युवतियां इसे बहुत बड़ी खामी बताती हैं। छात्र छात्राओं का कहना है कि शाम को तो बाई पास पर बसें उतार कर चले जाते हैं। युवतियों का कहना है कि अधिकतर पेपर दोपहर बाद निर्धारित होने के कारण छात्राओं को घर लौटने में दिक्कत आती है। वहीं चौरु बाईपास पर ही यात्रियों को उतरने के लिए मजबूर कर देते हैं। जबकि परीक्षा ही 5 बजे खत्म होती है। बस स्टैंड तक जाते जाते 5:30 बज जाते हैं। गांव पहुंचते ही शाम हो जाती है।ऐसे में छात्रा छात्राओं को चालक परिचालक चौरू बस स्टेण्ड पर यात्रियों को नहीं उतार कर रात के समय में बस स्टेण्ड से दो किलोमीटर की दूरी पर बायपास ही उतार देते है। जिससे महिलाओं को शाम के समय असामाजिक तत्वों से छात्र छात्राओं को अनहोनी का भी डर सताता रहता है।
जनसुनवाई के दौरान विधायक राजेंद्र गुर्जर कों सौंपा ज्ञापन,ग्रामीणों ने दिया तीन दिन का अल्टिमेटम
उनियारा उपखंड अधिकारी को जनसुनवाई में अवगत कराया की राजस्थान परिवहन की मनमानी,को लेकर जनसुनवाई में ग्रामीणों ने अवगत कराया था की चालक परिचालक अपनी मर्जी से बाईपास से उतारकर चले जाते हैं और कहते हैं कि हम अंदर नहीं जाएंगे हमारा स्टॉपेज नहीं है यह कहकर उतार देते हैं। अलीगढ़ तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत चौरु में मंगलवार को अटल सेवा केन्द्र में जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने एमएम क्षेत्र के विधायक राजेंद्र गुर्जर को टोंक-सवाई माधोपुर नेशनल हाईवे मार्ग पर चलने वाली राजस्थान रोडवेज़ परिवहन निगम की बसों के चालक एवं परिचालाकों की मनमानी को लेकर ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि फिर भी तीन दिनों के बाद भी राजस्थान रोडवेज़ परिवहन निगम की बसे अंदर तक नहीं आती है तो ग्रामवासियों द्वारा अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है


