बानसूर। कस्बे के निकटवर्ती ग्राम बासना में सोमवार को नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. राजीव सिवाच,डीडीएम दीपक जाखड़ व थाना प्रभारी सुरेंद्र मलिक ने ग्रामीण महिलाओं को उनके उत्पादों को सीधे बाजार से जोड़ने का अवसर प्रदान करने वाली पहल रुरल हाट का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्तशिल्प, पारंपरिक उत्पादों और स्थानीय व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए। रुरल हाट में ग्रामीण महिलाओं को उनके उत्पादों को सीधे बाजार में बेचने के लिए जानकारी दी। डॉ. सिवाच ने कहा कि रुरल हाट महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने का मंच देगा। यह पहल स्थानीय उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगी। युवा जागृति संस्थान के अध्यक्ष कुंदन शर्मा ने ग्रामीण क्षेत्रों में संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयासों और महिलाओं के आर्थिक-सामाजिक सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला। इस मौके पर होलावास सरपंच सतपाल जाट,लोयती सरपंच अमर सिंह चौधरी, युवा जागृति संस्थान के सीईओ डॉ. गोकुलचंद सैनी सहित जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी व महिलाएं मौजूद रही।
वृक्षारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
कार्यक्रम के दौरान एक पेड़ माँ के नाम थीम के अंतर्गत वृक्षारोपण भी किया गया। इस दौरान ग्रामीणों और महिलाओं को 300 पौधे वितरित किए। यह आयोजन ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच सेतु का कार्य करेगा। रुरल हाट का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करना और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह पहल स्थानीय कारीगरों और महिला उद्यमियों को उनके उत्पादों को व्यापक बाजार तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।


