रोहित सोनी
आसींद । रायला से खारड़ा मार्ग पर बनी नई सड़क एक साल भी नहीं टिक पाई। बरसात के पानी की निकासी के लिए नाला निर्माण नहीं होने से सड़क का पानी खेतों में भर रहा है, जिससे किसानों की फसलें खराब हो रही हैं। ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं और जिम्मेदार विभाग से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
समाजसेवी देवेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि रायला से शंभूगढ़ के बीच खारड़ा गांव में आरएसआरडीसी द्वारा वर्ष 2025 में सड़क का निर्माण कराया गया था। लेकिन एक साल भी पूरा नहीं हुआ और सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी। उन्होंने आरोप लगाया कि खारड़ा से रायला की तरफ पुलिया निर्माण बेहद घटिया स्तर पर किया गया। पुलिया के नीचे न तो ग्रेवल डाला गया, न कोई मजबूत फाउंडेशन बनाई गई और न ही किनारों पर दीवारें खड़ी की गईं। केवल मिट्टी भरकर ऊपर आरसीसी डाल दी गई, जो इस बरसात में पूरी तरह से कट चुकी है। इससे भविष्य में किसी बड़े हादसे की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
राठौड़ ने आगे बताया कि खारड़ा से मानसी नदी के बीच लगभग 100 बीघा जमीन में पानी भर चुका है। खेतों में 2-2 फीट तक पानी भरे रहने से किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। यह स्थिति इसलिए बनी क्योंकि ठेकेदार ने पानी निकासी के लिए नाला नहीं बनवाया।
ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल नाला निर्माण कराने और घटिया निर्माण कार्य की जांच करवाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते व्यवस्था नहीं की गई, तो किसानों की स्थिति और बदतर हो जाएगी।