सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी से पल्सर व अपाचे बाइक चोरी, वमुश्किल लिखी गयी रिपोर्ट
प्रति माह 5 -6 बाइक होती है चोरी, पोर्टल पर बाइक खोने की सूचना दर्ज कराने की बात कहकर गुमराह करती है पुलिस,5-6 bikes are stolen every month, police misleads by telling to register the information of lost bike on the portal
थाने से चौकी व चौकी से थाने चक्कर काटता रहता है पीड़ित, सुरक्षा भगवान भरोसे
( सुघर सिंह सैफई )
सैफई ( इटावा) स्मार्ट हलचल/सैफई के मेडिकल यूनिवर्सिटी चौकी से मात्र 100 मीटर दूर दो सप्ताह में दो बाइक चोरी करके चोरों ने पुलिस को चुनौती से डाली। दोनों बाइक पीजीआई चौकी से मात्र 100 मीटर की दूरी से चोरी हुई है। सैफई में चोरों का भारी आतंक है। लगातार हो रही चोरी की वारदात से लोगों में थाना पुलिस के प्रति आक्रोश ब्याप्त है।
अभिषेक पुत्र कुंवर सेन निवासी नवाबपुर थाना बसरेहर जनपद इटावा ने बताया कि वह संविदा पर मेडिकल यूनिवर्सिटी में सुपरवाइजर है और रात में ड्यूटी पर था मैंने अपनी पल्सर मोटरसाइकिल यू पी 75 ए एन 7303 एडम ब्लॉक के बगल में बने स्टैंड पर खड़ी कर दी थी। सुबह जब ड्यूटी से वापस आया तो मोटरसाइकिल गायब मिली आसपास तलाश की तो नही मिली। मेरी मोटरसाइकिल को किसी अज्ञात चोर ने चोरी कर लिया। घटना के बाद अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद बाइक चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया।
दूसरी बाइक चोरी की घटना विजेंद्र कुमार पुत्र श्री वीरेंद्र सिंह निवासी गोलियापुर पोस्ट बरनाहल जिला मैनपुरी के साथ घटित हुई। उन्होंने बताया कि पत्नी के कान का ऑपरेशन हुआ था और वह सैफई पीजीआई में भर्ती थी रात लगभग 11 बजे मेडिकल से दवा लेकर ऊपर वार्ड में देने गए और अपनी बाइक अपाचे बाइक यूपी 84 एएफ 6977 नीला रंग को पुरानी बिल्डिंग के सामने खड़ी कर गए जब वह 11:30 बजे नीचे आए तब तक मोटरसाइकिल चोरी हो गई थी उन्होंने बताया कि मेरी बाइक चोरी 25 मई को हुई थी और वह लगातार थाने व चौकी के चक्कर काटते रहे। थाना पुलिस ने कहा कि आपकी रिपोर्ट चौकी पर दर्ज होगी जब कि सैफई पीजीआई में रिपोर्टिंग पुलिस चौकी नहीं है। उसके बाद भी पुलिस लगातार टरकाती रही। इसके बाद वह 28 मई को एसएसपी इटावा से मिले और प्रार्थना पत्र देकर बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने की गुहार लगाई। लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर 31मई को बाइक चोरी की शिकायत की तब जाकर पुलिस ने उनका मुकदमा 6 जून को दर्ज किया।
पीजीआई से प्रतिमा बड़ी संख्या में बाइक चोरी होती हैं और पुलिस चोरी पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।
👉🏻 UPCOP एप पर बाइक खोने की सूचना दर्ज कराने की सलाह देकर गुमराह करती है थाना पुलिस
पीड़ित की बाइक चोरी हो जाती है वह अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने चौकी थाने भागता है लेकिन उसे यह कहकर गुमराह किया जाता है कि अपनी बाइक होने की सूचना उत्तर प्रदेश पुलिस के UPCOP एप पर दीजिए। पीड़ित को गुमराह किया जाता है लेकिन उसकी बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाती।