नही रहे मेवाड़ के वयो वृद्ध सन्त सुख सम्पत राम जी महाराज
सम्पूर्ण समाज में शोक की लहर
बड़ीसादड़ी में 75 वर्ष से स्थायी रूप से बिराजमान थे
आज सुबह सवा नौ बजे निकलेगी महाप्रयाण यात्रा
बन्शीलाल धाकड़
स्मार्ट हलचल/बड़ीसादड़ी नगर के दिव्य आनंदधाम रामद्वारा में बिराजित मेवाड़ के सबसे वृद्ध सन्त शतायु पार सुखसम्पत राम महाराज ने गुरुवार को अपरान्ह 3 बजे के लगभग देह त्याग दी ।सन्त अनंतराम शास्त्री ने बताया कि राम स्नेही सम्प्रदाय की रेण जिला नागौर की गुरु गादी से सम्बद्ध सुख सम्पत राम महाराज ने बाल्यावस्था में गुरु गिरधारी दास के शिष्य के रूप में अपने जन्म स्थान मारवाड़ से बड़ीसादड़ी आकर राम स्नेही सम्प्रदाय के सन्त के रूप में दीक्षा ग्रहण की वे हिंदी गुजराती मालवी संस्कृत भाषा मे निष्णात थे और अनेक राज्यों में विचरण कर सनातन संस्कृति के लिए धर्म जागरण का कार्य करते रहे जैसे ही सन्त के देवलोकगमन की खबर फैली पूरा नगर रामद्वारा की ओर दौड़ पड़ा जहां नगर में स्थित गोपाल पुरुषोत्तम सत्संग आश्रम के रामानुजाचार्य संप्रदाय के स्वामी सुदर्शनाचार्य नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कंठालिया पंचमुखी बालाजी सेवा संस्थान गुप्तेश्वर महादेव सेवा समिति सहित कई समाजों के प्रतिनधि रामद्वारा पहुंचे और अंतिम दर्शन किये ।उल्लेखनीय है कि बड़ीसादड़ी में जब से रामद्वारा स्थापित हुआ तब से अब तक 6 सन्त ब्रह्मलीन हो गए और सातवें सन्त के रूप में सुख संपत राम आये इनके शिष्य अन्तराम शास्त्री लंबे समय से इनके सानिध्य में रहकर धर्म की अलख जगा रहे है। आज निकलेगी महाप्रयाण यात्रा रामद्वारा से शुक्रवार सुबह सवा नौ बजे रवाना होकर नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेडियम के पीछे स्थित राम स्नेही सम्प्रदाय की छतरियों के पास पहुंचेगा जहां श्रद्धांजलि के बाद पार्थिव देह को मुखाग्नि दी जाएगी ।