पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । संगम यूनिर्वसिटी में बुधवार रात वहीं कार्यरत एक मेस सिक्यूरिटी सुपरवाइजर व उसके साथियों ने यूनिर्वसिटी कैंपस में गुंडागर्दी करते हुये सिक्यूरिटी इंचार्ज को चाकू मार दिया और नाइट सुपरवाइजर के साथ मारपीट की। इस घटना से यूनिर्वसिटी में हडकंप मच गया। घायल सिक्यूरिटी इंचार्ज को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। डीएसपी मांडल, मेघा गोयल ने पीडित के बयान दर्ज किये, जिन पर पुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।
मंगरोप निवासी और संगम यूनिर्वसिटी के सिक्युरिटी ऑफिसर रतन 44 पुत्र सोहन जीनगर व सिक्यूरिटी के ही नाइट सुपरवाइजर विजेंद्र सिंह ने बताया कि संगम यूनिर्वसिटी में बुधवार रात साढ़े आठ बजे यह वारदात हुई। इससे 15 मिनिट पहले नाइट सुपरवाइजर विजेंद्र सिंह के पास उसी के रिश्तेदार कूटू बना का फोन आया। कूटु बना ने विजेंद्र से कहा कि मेरे से तकलीफ है क्या। दादागिरी ज्यादा आ रही है। तू और रतन लाल मेरे साथियों को परेशान क्यूं कर रहे हो। तुम्हारी चर्बी उतारनी पड़ेगी। हेमेंद्र सिंह का कहना है कि उसका किसी से कोई लेना-देना नहीं और न ही उसने किसी को कुछ बोला। इसके बावजूद भी उसने सॉरी फील की। करीब 15 मिनिट बाद संगम यूनिर्वसिटी में ही मेस सिक्यूरिटी सुपरवाइजर (मैस) हेमेंद्र सिंह, कूटु बना (यूनिर्वसिटी में दुग्ध सप्लायर), नारायण सिंह, नंदू व अन्य रात साढ़े आठ बजे यूनिर्वसिटी गेट पर आये और आते ही विजेंद्र सिंह के साथ मारपीट करने लगे। इसके बाद वह अंदर चला गया। आरोपित भी यूनिर्वसिटी कैंपस में आ गये। सिक्यूरिटी इंचार्ज रतन लाल का कहना था कि वह सिक्यूरिटी सुपरवाइजर हेमेंद्र सिंह का बीच-बचाव करने गया था। इस पर हमलावरों ने जातिगत गालियां देते हुये उसके साथ मारपीट शुरु कर दी और एक हमलावर ने उस पर चाकू से हमला कर दिया, जो उसकी फसलियों के पास लगा। इससे वह घायल हो गया। हमलावर मौके से फरार हो गये।
उधर, घायल रतन लाल व विजेंद्र सिंह को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां रतन लाल को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। पुर थाना प्रभारी पुष्पा कासौटिया ने बताया कि पुलिस ने चाकूबाजी का मामला दर्ज कर लिया। इसकी जांच डीएसपी मांडल मेघा गोयल कर रही हैं। डीएसपी गोयल ने गुरुवार सुबह जिला अस्पताल पहुंचकर पीडित रतन लाल के बयान दर्ज किये। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।