मंगरोप।राजस्थान सरकार ने विभिन्न समाजों की आर्थिक दशा व सामाजिक दिशा सुधारने के लिए पृथक पृथक बोर्ड का गठन किया जा रहा है।इसी दिशा में 7 महीने पहले प्रदेश के सभी जिलों से हजारों की संख्या में विभिन्न समाजिक संगठनों ने जयपुर जाकर मुख्यमंत्री बोर्ड गठन की मांग रखी थी।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को खटीक समाज के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए संत दुर्लभ नाथ बोर्ड के गठन के आदेश जारी किए है।राहुल खटीक ने बताया की वर्तमान समय में अनुसूचित जाति श्रेणी में आने वाले खटीक समाज की आर्थिक और सामाजिक स्तर पर स्थिति बहुत ही दयनीय अवस्था में है।खटीक समाज के लोग दिहाड़ी मजदूरी करते है कुछ भंगार खरीद फरोख्त व अलग अलग गाँवो में जाकर कपड़े बेचने का कार्य करते है।इस समाज की असंख्य महिलाएं भी दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करने पर विवश है।वर्तमान समय में प्रदेश में बड़ी संख्या में खटीक समाज का एक बड़ा कुनबा व्याप्त है फिर भी आज के समय में भी इनके सामने एक महत्वपूर्ण चुनौती प्रखर रूप लिए हुए खड़ी हुई है अनुसूचित जाति के होने से इन्हे आज भी छुआछुत,जातीय भेदभाव आदि जैसे दंश झेलने पड रहे है।
खटीक समाज की इसी दुर्दशा कों देखते हुए राज्य सरकार समाज में व्याप्त स्थितियों का जायजा लेने एवं इसकी प्रमाणिक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर इन वर्गों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही उनके पिछड़ेपन को दूर करने के लिए विभिन्न सुझाव देने के उद्देश्य
के से 29 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान राज्य संत श्री दुर्लभ नाथ बोर्ड का गठन किया।आदेश जारी होने के बाद पुरे खटीक समाज में खुशी का माहौल है।समाज के लोगों ने एक दूसरे को बधाई देते हुए वर्तमान राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं साथ ही खटीक समाज के प्रबुद्ध दूदू विधायक एवं गहलोत सरकार में नियुक्त सलाहकार बाबूलाल नागर का आभार जताया।इस दौरान अनिल सोलंकी, भेरूलाल खटीक,राजू लाल खटीक,शंकर लाल खटीक आदि सहित खटीक समाज के कई युवा एवं प्रतिष्ठित लोग मौजूद थे।
संत दुर्लभ नाथ बोर्ड के गठन पर खटीक समाज ने आतिशबाजी कर खुशी जताई
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