उच्च जांच मानकों वाली शुद्ध मिठाईयों के साथ सरस आउटलेट तैयार
कोटा। स्मार्ट हलचल/त्योहारी सीजन में मिठाइयों की बढ़ती मांग को देखते हुए कोटा बूंदी दुग्ध उत्पादक संघ ‘सरस डेयरी’ ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बाजार में मिलावटी मिठाइयों की समस्या से जूझ रहे उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए आरसीडीएफ के निर्देशानुसार शुद्ध मिठाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया है। इस क्रम में कोटा में भी कोटा बूंदी दुग्ध उत्पादक संघ ‘सरस डेयरी’ द्वारा मिठाईयों के विभिन्न रेंज उपलब्ध है। शनिवार को उपभोक्ता होलसेल भण्डार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला ने डेयरी परिसर में बने आउटलेट का फीता काटकर शुभारंभ किया। बिरला ने कहा कि कोटा की जनता सरस के उत्पादको को दोनो हाथो से स्वीकार करेगी क्योकि सरस गुणवत्ता व शुद्धता का ख्यातिनाम प्रतिबिम्ब है।
गुणवत्ता पूर्ण शुद्ध मिठाई
कोटा बूंदी दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने बताया कि सरस डेयरी में उच्च गुणवत्ता मानकों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।प्रत्येक मिठाई को लैबोरेटरी में जांच के बाद ही बाजार में उतारा गया है।उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रकार की मिठाइयां जैसे शुद्ध मावा, केसर पेठा, इलायची बर्फी, रसगुल्ले, गुलाब जामुन और सोहन पापड़ी उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध हैं। ग्राहकों की सुविधा के लिए इन मिठाइयों को विभिन्न वजन के पैकेट में उपलब्ध कराया गया है।
यहां मिलेगी शुद्ध मिठाई
राठौड ने बताया कि कोटा शहर में विभिन्न कांउटरो पर यह शुद्ध गुणवत्तापूर्ण मिठाई मिलेगी। सभी पार्लर पर इनकी विस्तृत रेंज तैयार है।सरस पार्लर, डेयरी के सामने, शिवपुरा,भामाशाह मण्डी अन्नतपुरा,दादाबाडी, स्टेशन रोड,किशनपुरा तकिया, नया गांव, कुन्हाडी,थर्मल- चौराहा, थर्मल प्लॉट के समीप व रेलवे कॉलानी में यह आउटलेट लगाए गए है।
शुद्ध के लिए युद्ध
राठौड़ ने भारतीय संस्कृति में मिठाइयों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि त्योहारों में मिठाइयां हमारी परंपरा का अभिन्न हिस्सा हैं। भगवान को भोग के रूप में चढ़ाई जाने वाली मिठाइयों की शुद्धता बनाए रखना विक्रेताओं का प्राथमिक कर्तव्य है।
इस पहल से न केवल उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण मिठाइयां मिलेंगी, बल्कि मिलावट की समस्या से भी निजात मिलेगी। सरस डेयरी की यह पहल त्योहारी सीजन में लोगों को शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक मिठाइयां उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।