राजेश जीनगर
भीलवाड़ा/सर्द ऋतु के साथ ही बाजार में सर्दी के गजक रेवड़ी पिंड खजूर गुड़ तिल पट्टी आदि मेवों की दुकानें भले ही नजर आने लग गई हो। लेकिन ये किस जगह लगी और खाने के लिए विक्रय की जाने वाली सामग्री कितनी सुरक्षित है। इस और ध्यान देने वाला कोई नहीं है, ऐसा नहीं हो की सर्दी में पोष्टिक ख़ानपीन के चक्कर शहरवासियों को दुषित सामग्री ना खानी पड़ जाए। गंदगी के आलम के ढेर के बीच बेची जा रही इस सामग्री का नजारा शहर के श्री गेस्ट हाउस चौराहे से लिया गया है।