बनेड़ा । सरेरी बांध पर चल रही राजस्थान जल क्षेत्र आजीविका सुधार परियोजना के तहत 50 महिलाओं को बीस-बीस किलो सिटी कम्पोस्ट, दस-दस किलो पोटास, दस-दस किलो सिंगल सुपर फॉस्पेट, एक-एक किलो जिंक, 1-1 खुरपी और बीस-बीस पौधे निःशुल्क वितरित किये गए। जिसमें जल उपयोक्ता संगम संख्या तीन के अध्यक्ष रामप्रसाद कुमावत, पंचायत सचिव कालू राम कुमावत, RWSLIP से एनजीओ फिल्ड सुपरवाइजर जमना लाल सोलंकी, कम्युनिटी मोटिवेटर रिंकू शर्मा तथा नहरी क्षेत्र कि महिलाएं और किसान उपस्थित रहें, जमना लाल ने महिलाओं को पौधों में खाद डालने का तरीका समझाया तथा परियोजना क्षेत्र में चल रही लखपति दीदी उद्यानिकी जैसे एक बीघा में सब्जी बोने वाली महिलाओं को खाद, बिज, दवाई, तीस पौधे, बेट्री ऑपरेटेड स्प्रे मशीन, वर्मी बेड, ड्रिप/मिनी स्प्रिंकलर, लो-टनल, मलचिंग आदि के बारे में बताया, साथ हि परियोजना क्षेत्र कि सभी महिलाओ को ईस योजना में अधिक से अधिक फॉर्म भरें जिससे परिवार कि आजीविका में सुधार हो, महिलाएं ईस योजना में 75% सब्सिडी लेकर फायदा ले सकती हैं, इसमें दसवीं पास महिला को राजीविका कि पॉलिसी के अनुरूप कृषि सखी को 1750 रूपये के मानदेय के रूप में भी दिया जाता हैं. जमना लाल ने बताया कि लखपति दीदी योजना (उद्यानिकी) का फायदा केवल समुह बनाकर करने वाली महिलाओ को हि मिलेगा जिसमें से दसवीं पास महिला को कृषि सखी बनाने के लिए चयनित किया जाने का प्रावधान हैं, यह योजना सरेरी बांध के नहरी क्षेत्र के चौबीस गांव के लिए हैं, जिसमें सरेरी, जालिमपुरा, बोरखेड़ा, गढ़वालों का खेड़ा, रामनगर, संतोषपुरा, गोविंदपुरा, सनोदिया, कंवलियास, आपलियास, गरोलिया खेड़ा, बलवंतपुरा, भोजरास, जयसिंहपुरा, चैनपुरिया, लक्ष्मणपुरा, जासोरिया, कासोरिया, विजयपुर और कुण्डियां कलां शामिल हैं, ज्ञात हो कि यह योजना दो वर्ष तक चलेगी जो इन गाँवो के किसानों के लिए वरदान साबित होंगी।