सरयू नहर में डूबी बोलेरो, उजड़ गया पूरा कुनबा,
नौ मासूम सपनों सहित 11 लोगों की दर्दनाक मौत!
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गोंडा की हृदय विदारक हादसा में लाशों की ढेर से बिछ गई सरजमीं!
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*(शीतल निर्भीक ब्यूरो)*
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक हृदय विदारक हादसा हुई जहां आज रविवार की सुबह जिले में ऐसी काल बनकर आई कि एक ही परिवार के नौ लोगों सहित 11 श्रद्धालु मौत के मुंह में समा गए। बारिश की फुहारों के बीच शुरू हुई आस्था की यह यात्रा दर्द और चीखों में तब्दील हो गई, जब श्रद्धालुओं से भरी बोलेरो सरयू नहर में समा गई। एक मासूम बच्ची अब भी लापता है, जिसे ढूंढने की कोशिशें जारी हैं।
मोतीगंज थाना क्षेत्र के सीहागांव निवासी प्रह्लाद गुप्ता ने परिवार और गांव के लोगों के साथ सुबह-सुबह भगवान शिव के दरबार में जल चढ़ाने का संकल्प लिया। बोलेरो में कुल 16 लोग सवार हुए, जिनमें उनकी पत्नी, बेटियां और रिश्तेदार शामिल थे। यह काफिला जैसे ही रेहरा गांव के पास बेलवा बहुता सरयू नहर पुल पर पहुंचा, बारिश की रफ्तार तेज हो गई। इसी बीच वाहन फिसलता हुआ नहर में जा गिरा।
कुछ सवार—चालक सीताशरण, पिंकी, सत्यम और रामललन—किस्मत के बलबूते कूदकर जान बचा पाए, लेकिन बाकी लोगों के लिए यह बोलेरो उनकी जिंदगी की अंतिम सवारी बन गई।
स्थानीय ग्रामीणों की चीखें और पानी में डूबते वाहन से आती हलकी आवाजें—यह दृश्य ऐसा था जिसे देखने वाले अब भी सिहर उठते हैं। प्रशासन की टीम और एसडीआरएफ ने जब शीशा तोड़कर लोगों को बाहर निकाला, तब तक 11 लोग दम घुटने से दम तोड़ चुके थे।
मृतकों में वीना (40), काजल (22), महक (17), रामकरण, अनुसुइया, सौम्या (9), शुभ (7), दुर्गेश नंदिनी, अमित (14), संजू (26) और अंजू (20) शामिल हैं। इनमें से नौ लोग एक ही परिवार के थे—एक साथ जन्मे, पले-बढ़े, और अब एक साथ दुनिया छोड़ गए।
घायल हुए हैं पिंकी (19), सत्यम (14), रामललन (22), और चालक सीताशरण।
जबकि रचना (10), पुत्री रामरूप अभी भी लापता है। प्रशासन और गोताखोरों की टीम उसे ढूंढने के लिए नहर में लगातार अभियान चला रही है।
इस हृदय विदारक हादसे की जानकारी होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पीएम ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को एक-एक लाख रुपये की सहायता देने का एलान किया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी ने मृतक परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और भरोसा दिलाया कि लापता रचना को ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हादसे की जांच शुरू हो गई है और स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है।
गोंडा की सरयू नहर आज गवाह बनी एक ऐसे परिवार की करुण कहानी की, जिसकी पूजा-पाठ की यात्रा कभी लौटकर नहीं आई। गांव में मातम पसरा है, चूल्हे ठंडे हैं, और आंखें नम हैं। लोग बस यही कहते सुने जा रहे हैं—”यह जल नहीं था, काल था जो सब कुछ बहा ले गया। खबर यूपी के गोंडा से शीतल निर्भीक और रंजना वर्मा की खास रिपोर्ट।
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