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सरकारी स्कूल बनी अच्छी शिक्षा की मिसाल, गरीब परिवारों के बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही राजेंद्र मार्ग विद्यालय

राजस्थान में चुनिंदा विद्यालयों में गिना जाता हे राजेंद्र मार्ग स्कूल

भीलवाड़ा, पवन बावरी । आज हम एक ऐसे सरकारी विद्यालय के बारे में बताएंगे जो राजस्थान में अच्छी शिक्षा , और सर्वेश्रेष्ठ सुख सुविधाओं के लिए जाना जाता हैं सरकारी विद्यालय होने के बावजूद किसी बड़े निजी शिक्षण संस्थान से कम नहीं यहां केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि अच्छे संस्कार और अनुशासन में रहना भी सिखाया जाता हैं। यहां पढ़ने वाले छात्रों को किसी कोचिंग में जाने की जरूरत भी नहीं पड़ती । शिक्षक छुट्टियों में भी ऑनलाइन क्लास लेकर बच्चों को अध्ययन कराते हैं। यह विद्यालय राजस्थान में चुनिंदा विद्यालयों में से एक माना जाता है जिसकी चर्चा जगह जगह है । आज कल के समय में यह अफवा हे कि सरकारी विद्यालयों में अच्छी पढ़ाई नहीं होती उच्च स्तरीय शिक्षा नहीं मिलती मगर यह विद्यालय उन लोगों के गाल पर तमाचा है। आज हम बात करेंगे एक ऐसे सरकारी विद्यालय की जहां अच्छी शिक्षा और अच्छे संस्कार भी हैं। यहां वह सब सुख सुविधाएं है जो लोग लाखों रूपये खर्च करने के बावजूद भी अपने बच्चे को नहीं दे पाते हैं।

हम बात कर रहे राजस्थान के भीलवाड़ा शहर के मध्य में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेंद्र मार्ग की 17 बीघा में फैले इस विद्यालय में बच्चों हर सुख सुविधाएं मिलती हैं। सन 1942 में इस विद्यालय की स्थापना यह सोच कर कि गई की हर गरीब परिवार का बच्चा अच्छी शिक्षा ग्रहण करके अपने भविष्य को उज्वल बना कर अपने सपने पूरे कर सके । आज यह विद्यालय उन गरीब परिवारों का मार्गदर्शक बना है। यहां हर वर्ष परीक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रहता हैं।

अंग्रेजी संकाय में 1100 से 1200 विद्यार्थी अध्यनरत

यहां पढ़ने वाला हर छात्र अपने सपने को साकार करता नजर आ रहा है। यहां अंग्रेजी और हिंदी संकाय दोनों संचालित हैं जहां अंग्रेजी संकाय में 1100 से 1200 विद्यार्थी अध्यनरत है जहां शिक्षक समेत सभी विद्यार्थी फर्राटेदार इंग्लिश बोलते हैं। वह गरीब अभिभावक जो अपने बच्चों को अच्छी अंग्रेजी स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं मगर पैसे नहीं होने के कारण रुक जाते हैं मगर आज यह विद्यालय उन गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जहां उनके बच्चे अच्छी अंग्रेजी बोल रहे हैं और माता पिता का नाम ऊंचा कर रहे हैं।
इस विद्यालय की खासियत हे कि यहां सभी छात्र हैं। छात्रों की संख्या ज्यादा होने के कारण विद्यालय दो पारियों में संचालित है । जिसके चलते पढ़ाई में किसी तरह की समस्या नहीं आती

सीसीटीवी कैमरे से होती है निगरानी, स्कूल में लगा सोलर प्लांट

। प्रधानाचार्य डॉ श्याम लाल खटीक के अथक प्रयासों से हर कक्षा कक्ष की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और 18 किलो वाट सोलर प्लांट लगा रखा है जिससे प्रति माह 50 से 60, 000 की बिजली बचत होती हैं। और सीसीटीवी कैमरों की मदद से विद्यालय में हर एक हरकत पर निगरानी रखी जा रही है। पूर्व विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी के एक लाख रुपए के सहयोग से बहुत बड़ा वॉटर प्यूफायर लगाया गया जिससे छात्रों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है। विद्यालय में स्वच्छता को लेकर खासा ध्यान रखा गया है जिससे स्कूल को राज्य स्तरीय पर भी सम्मानित किया गया।

प्रधानाचार्य श्याम लाल खटीक ने कहा कि स्थानीय विद्यालय पिछले 6 वर्षों से प्रगतिदर प्रगति कर रहा है हर वर्ष विद्यालय में लगातार नामांकन बढ़ रहे हैं हमारे पास इसने नामांकन आते जिससे विद्यालय में जगह नहीं होने के कारण मजबूरी में मना करना पड़ता है। खेलकूद में छात्रों ने राज्य राष्टीय ओर अंतराष्ट्रीय स्तर पर भीलवाड़ा का नाम रोशन किया हैं । वहीं स्काउट में छात्रों ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर विद्यालय ने सहभागिता की हैं । हर दृष्टि से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय के शिक्षक हर तरह से तैयार रहते हैं।
छात्रों की मन की बात जानने के लिए शिक्षकों की प्रिंसिपल द्वारा चाय पर चर्चा के लिए बैठक भी रखी जाती हैं जिससे छात्रों को आने वाली समस्या के बारे में जान सके। ओर उनकी दुविधा को दूर कर सके। विद्यालय प्रबन्धन द्वारा स्कूल का यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज बना रखा है जिससे छुट्टियों के समय बच्चों को अध्ययन करा सके। स्थानीय विद्यालय में कृषि एग्रीकल्चर, वाणिज्य संकाय, हिन्दी ओर अंग्रेजी में विज्ञान, गणित, बायोलॉजी संकाय, कला संकाय उपलब्ध हैं जहां छात्र अच्छे रहन सहन में पढ़ाई कर रहे हैं। यही नहीं सैनिक शिक्षकों द्वारा बच्चों को बैंड,मार्च पास्ट,सांस्कृतिक प्रोग्राम, योग प्राणायाम, भौतिक, धार्मिक, कार्यक्रमों की तैयारी करवाई जाती हैं जिसकी तारीफ राजस्थान के कोने कोने में होती है। प्रधानाचार्य द्वारा एसडीएमसी अनुभवी शिक्षकों को भी लगाया गया हैं जिससे छात्रों के पढ़ाई का नुकसान ना हो। वहीं स्काउट छात्रों ने पंचमढ़ी, गोवा, मनाली, तमिलनाडु, जैसलमेर, गढ़पुरी, गुजरात राजकोट जैसे कई कैंपों में भाग लेकर अपना परचम फेराया है। राजस्थान सरकार द्वारा स्कूलों के उत्थान और उन में सुधार लाने के लिए कई अथक प्रयास किए जा रहे जिसके चलते आज राजस्थान की तस्वीर बदली है और सरकारी विद्यालयों में आज छात्र अच्छी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिक्षा विभाग हर तरह से छात्र छात्राओं को उच्च कोटि की शिक्षा देने के लिए कई तैयारियां की जा रही। अनोखे कार्यक्रमों को जोड़ कर आज के युवा को नई संस्कृति वर्तमान समय से जोड़ा जा रहा हैं। राजस्थान के विद्यालयों की तस्वीरें बदले और उन में राजेंद्र मार्ग जैसे विद्यालय बने इसलिए भजन लाल सरकार काम कर रही। सही मायने में कहा जाए तो ऐसे विद्यालयों की राजस्थान के प्रत्यक जिले में जरूरत है।

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