ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय ओर बड़े शहरों के साथ साथ छोटे छोटे गांवो में भी अब सट्टा पूरे यौवन पर है, जो कई परिवारों को सीधे सीधे बर्बादी ओर युवाओं को आत्महत्या कि ओर धकेल रहा है।
एक दिन पूर्व गांवो में सट्टेबाजी से जुड़ी खबर छपने के बाद चित्तौड़गढ़ सदर थाना क्षेत्र के सहनवा गांव से एक ऐसी खबर आई जो सभी को हैरान कर देंने वाली है, जिसमे एक युवा ऑनलाइन आईडी से सट्टे में हार के बाद अपने कदम आत्महत्या कि ओर बढ़ाता है, गनीमत रही कि गांव के कुछ लोगों द्वारा समझाने ओर सहयोग करने से ऐसा नहीं किया वरना एक बड़ी घटना यहाँ ही सकती थी।
30 हजार महीने कमाता 1 लाख हारा
विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली कि सहनवा गांव में आईपीएल सट्टाबाजार बड़े ही जोरो शोरों से पनप रहा है यहाँ बड़े तो छोड़ो नाबालिक भी इस जाल में फंसने से अपने आप को नही बचा पा रहे है, ऐसा ही एक मामला सबको चोंका देने वाला सामने आया जिसमे एक युवक जो कि महीने का सिर्फ 30 हजार रुपये कमाता है, जिसने 50 हजार की ऑनलाइन आईडी ली जो हार गया उसके बाद फिर उसने 50 हजार ओर करवाये वो भी हार गया तो बुकी उस पर वो 50 हजार देने का फ्रेसर बनाने लगे और हाल ही में लाया मोटरसाइकिल उनके घर खड़ी करवाने की बात कही, फिर वो युवक अपनी मोटरसाइकिल कही गिरवी रखकर उन्हें 50 हजार देता है, एकबारगी उसने आत्महत्या के लिए कदम उठा लिया लेकिन गांव वालों की समझाइश ओर मदद से उसकी तो जान बच गई लेकिन कभी भी किसी का भी लाल अपनी जान इस तरह से गंवा सकता है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
अभिभावको को सजक होकर आगे आने की जरूरत
आजकल का युवा कब कहा भटक जाए इस बात से इंकार नही किया जा सकता है, आईपीएल सट्टेबाजी का खेल गांवो में भी कोने कोने में फैल रहा है, अगर आपको लगता है आपका बेटा या परिवार में कोई ऐसी कुसंगति कि ओर जा रहा है तो पुलिस में तुरन्त इसकी खबर देनी चाइये ताकि समय रहते उसको बर्बादी ओर आत्महत्या जैसे मामलों से बचाया जा सके वरना यह खेल कई घर उजाड़ देगा इस बात से इंकार नही किया जा सकता है।
कार में सब सिस्टम, मैच चालू होते ही दौड़ने लगती गाड़िया
ये बुकी ज्यादातर एक जगह बैठकर नही खेलाते है, गाड़ी में 5-7 मोबाइल लेपटॉप आदि रहते है मैच चालू होते ही इनकी गाड़िया दौड़ने लगती है, ये सारा पैसा पहले ही ले लेते है, ओर कही बार सट्टेबाज के जीत जाने के बाद ये बुकी उसे पैसे लौटने के बजाय धोखेबाजी से आईडी भी बंद कर देते है।
खबर लगीं तो पुलिस हुई सतर्क, बुकी भूमिगत
1 दिन पूर्व ही गांवो में सट्टेबाजी की खबर हमारे द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित की गई जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई, हालांकि पुलिस कार्यवाही की भनक से अधिकांश बुकी भूमिगत जो गए जिससे पुलिस के हाथ में कोई सफलता नही लगी।