ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|श्री सांवलिया प्राकट्य स्थल जन्म भूमि बागुंड भादसोड़ा चौराहा पर कई वर्षों से छोटी छोटी दुकान लगाकर अपनी आजीविका चला रहे गरीब परिवारों को मन्दिर मण्डल द्वारा हटवाए जाने को लेकर सभी मे विरोध है इसे लेकर अध्यक्ष ने नाम पत्र सौंपा गया।
विश्व हिंदू परिषद निम्बाहेड़ा जिलाध्यक्ष प्यार चंद सेन ने बताया कि श्री सांवलिया प्राकट्य स्थल जन्म भूमि बागुंड भादसोड़ा चौराहा पर करीब 50 गरीब हिंदू परिवार जो अपने परिवार की रोजी-रोटी भरण पोषण सांवरिया सेठ मंदिर परिसर में छोटी-छोटी टेबल केबिन स्टैंड तंबू में दुकान लगाकर मिश्री प्रसाद अगरबत्ती सांस्कृतिक वेशभूषा चाय केबिन धार्मिक सामग्री पूजा पाठ हवन सामग्री तस्वीरों की दुकान लगाकर अपनी आजीविका चला रहे हैं पिछले 15-20 सालों से मंदिर मंडल द्वारा कई बार उनके आग्रह पर भी इन्हें स्थाई दुकान नहीं बनाई गई, आज इनको डरा धमका करके यह जो धार्मिक सामग्री की वस्तुएं हैं तस्वीर प्रसाद अगरबत्ती इनका घर ले जाकर डालने के लिए मजबूर किया जा रहा है इसमे ऐसे गरीब परिवार भी है जो काम बंद हो गया तो इनका घर चलाना मुश्किल हो जाएगा। इन्हें प्रताड़ित कर धमकाया जा रहा है इस धार्मिक सामग्री को भी है कूड़े कचरे में डालने की धमकी दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में मेरे पास आए मैंने चित्तौड़ विभाग मंत्री विचार विमर्श कर दुकानदारों द्वारा प्रार्थना पत्र अध्यक्ष के नाम दिया गया।
उन्होंने बताया कि विभाग मंत्री विश्वनाथ की सारी जानकारी लेकर प्रार्थना पत्र कार्यालय मंदिर प्रभारी को भी दे दिया गया है, काफी पैसों का दुरुपयोग हो रहा है भ्रष्टाचार हो रहा है कई बार अख़बारों में खबरें लगती है 15 साल से चुनाव भी नहीं हो रहे हैं हिंदुओं के द्वारा किया हुआ दान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है, मंदिर द्वारा व्यवस्थाएं भी यात्रियों के ना भोजशाला की व्यवस्था है, ना भोजनशाला है, यह चाय कीथडियों भी हटा रहे हैं अगर यह दुकाने हट जाएगी तो यात्रियों को वहां चाय, जलपान मिश्री, प्रसाद अगरबत्ती, खिलौने भी नहीं मिल पाएंगे। इन गरीब हिंदू परिवारों के बच्चचो की भूखे मरने की स्तिथि आ जाएगी। उनका रोजगार खत्म हो जाएगा।
इस दौरान कार्यालय में उपस्थित कैलाश चंद्र अग्रवाल व्यवस्था प्रभारी को सभी ने मिलकर ज्ञापन सौंप दुकाने जब तक नई नही बन जाती इन्हें नही हटाने की मांग की। इस दौरान सभी दुकानदार मातृशक्ति एवं विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष प्यार चंद सेन एवं प्रखंड धर्माचार्य प्रमुख चंचल आमेटा एवं हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।


