भीलवाड़ा । नेहरू विहार, तिलक नगर स्थित इच्छापूर्ण बालाजी एवं महादेव मंदिर प्रांगण में मंगलवार को श्री एकलिंगनाथ सेवा समिति द्वारा सावन महोत्सव के अवसर पर एक दिवसीय विशेष धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक चेतना के साथ सम्पन्न हुआ। इस भव्य आयोजन में समिति के लगभग 80 परिवारों सहित 500 सौ से अधिक सदस्य एकत्रित होकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक एवं सहस्त्रधारा अभिषेक विधिपूर्वक संपन्न किया। पूरे मंदिर परिसर में “हर हर महादेव” के जयघोष के साथ भक्तिमय वातावरण निर्मित हो गया।
सावन मास की इस पावन तिथि पर आयोजित रुद्राभिषेक में श्रद्धालुओं ने गंगाजल, दुग्ध, पंचामृत, शहद एवं विशेष जड़ी-बूटियों के माध्यम से भगवान भोलेनाथ का पूजन किया। वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। विशेष रूप से महिलाओं की सहभागिता उल्लेखनीय रही, जिन्होंने पारंपरिक वेशभूषा में बड़ी आस्था से पूजन किया।
समाजहित बैठक में उठे मजबूत कदम
पूजन के उपरांत श्री एकलिंगनाथ सेवा समिति की प्रथम सामाजिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें नेहरू विहार एवं तिलक नगर क्षेत्र के सभी राजपूत सिरदारों एवं जनाना सिरदारों ने भाग लिया। इस बैठक में समाज की एकता, समरसता एवं उत्थान से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। बैठक की शुरुआत सभी सदस्यों के परिचय से हुई, जिसमें युवा, वरिष्ठ, महिला और किशोर वर्ग ने अपनी-अपनी भूमिका और प्रतिबद्धता साझा की। बैठक में समाज के पिछड़े एवं अल्पआय वर्ग को मुख्यधारा में जोड़ने के उपाय, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के क्षेत्र में समाज की भागीदारी, समाज के युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना, अगली बैठक की योजना और समिति के दीर्घकालिक उद्देश्य तय करना, तथा सामाजिक कार्यक्रमों में महिलाओं की अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित करने जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।
बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने एकमत से यह संकल्प लिया कि समाज की एकता को सर्वोपरि रखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्तर से योगदान देना होगा।
एकता का संकल्प और समाज सुधार की दिशा में प्रतिबद्धता
सभी उपस्थित सदस्यों ने एक साथ मिलकर एकता के सूत्र में बंधने और समाज सुधार के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने की शपथ ली। यह संकल्प केवल औपचारिक नहीं, बल्कि सामाजिक रूपांतरण की दिशा में एक ठोस पहल मानी जा रही है।
प्रसाद वितरण में बच्चों की विशेष सेवा
कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान समिति के युवा बच्चों ने सेवा कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना और अनुशासन का संदेश भी मिला।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
इस आयोजन में लगभग 80 परिवारों की सहभागिता रही। एक साथ रुद्राभिषेक एवं सहस्त्रधारा का आयोजन हुआ। महिला और पुरुष दोनों की समान भागीदारी रही। समाजहित मुद्दों पर गंभीर चिंतन किया गया। बाल सेवा एवं प्रसाद वितरण में अनुशासन की मिसाल पेश की गई।