दिलखुश मीणा
सावर(अजमेर)@स्मार्ट हलचल|देर रात हुई तेज बारिश ने सावर क्षेत्र के किसानों की उम्मीदों पर भयंकर प्रहार किया है। सावर, गोरधा, बिसुन्दनी, घटियाली और आसपास के गांवों में खेत पानी में डूब गए हैं, जिससे कट चुकी ज्वार, बाजरा और मूंग की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं।गोरधा निवासी किसान बंटूलाल मोटीस ने बताया, “तीन दिन पहले ट्रैक्टर मशीन से कटाई कर ली थी, बस घर लाने की तैयारी थी, लेकिन रविवार देर रात की भारी बारिश ने सब डुबा दिया। अब पशुओं के चारे का संकट भी गहरा गया है।”
क्षेत्र के कुछ किसानों ने सरसों की बुवाई भी शुरू कर दी थी, लेकिन अचानक हुई बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। गोरधा क्षेत्र में 1800 हेक्टेयर कृषि भूमि है, जिसमें से लगभग 1000 हेक्टेयर सिंचित भूमि पर रबी फसलों की बुवाई होनी है। इसके लिए उचित मात्रा में खाद और बीज की आवश्यकता है।
ग्रामीण सेवा सहकारी समिति गोरधा ने सितंबर के दूसरे सप्ताह में डीएपी खाद के 300 बैग की मांग प्रशासन को भेजी थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसान अब महंगे बाजार भाव में खाद खरीदने को मजबूर हैं।


