मुकेश खटीक
मंगरोप।गांव का सीनियर स्कूल पिछले 49 सालों से शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है कई प्रधानाचार्य आए बच्चों को शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार उपहार में देकर लौटे है इस स्कूल में पढ़कर कई विद्यार्थी शिक्षक से लेकर आईएएस बनकर अपनी कुशल सेवाएं दे चुके है एवं वर्तमान समय में सेवारत है।सीनियर स्कूल में अध्ययनरत छात्रों के अभिभावकों नें आरोप लगाया है की जब शिक्षा के मन्दिर में उच्च पर बैठे अधिकारी हीं दूसरों का अनादर करेंगे तों फिर बच्चों के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा।पिछले कुछ सालों से स्कूल अनियमितताओ एवं कुसंस्कारो का अड्डा बन गया है गत साल मंगरोप गांव के सीनियर स्कूल में सामुदायिक शौचालय बना दिया गया था।शिक्षा के मन्दिर को भी कुछ स्वार्थी लोगों नें घोटाले का शिकार बना दिया है।इस घोटाले को लेकर ग्रामीणों नें प्रशासनिक एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को ज्ञापन देकर अवगत करवाया था लेकिन अब तक दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।गत सप्ताह रजिस्टर्ड संस्था द मुवमेंट ऑफ इंडिया फाउंडेशन नें इस मामले को लेकर एसीबी को एक पत्र लिखकर मामले की जांच एवं दोषी लोगों के खिलाफ ठोस कार्यवाही की मांग की है।ज्ञात रहे की गत वर्ष स्कूल प्रबंधन नें एनओसी जारी कर स्कूल परिसर में सामुदायिक शौचालय बनाने की स्वीकृति देती थी वहीं छात्र छात्राओं की सुविधा के लिए बने पुरानें शौचालय को तोड़कर सामुदायिक शौचालय बना दिए गए जिसमें रमसा एवं समसा व पंचायत तीनों विभाग से बजट उठा लिया गया था। इस मामले नें काफी तूल पकड़ा था लोगों नें इसकी निष्पक्ष जांच करवाने की मांग भी की थी लेकिन इस मामले में लिप्त लोगों की राजनितिक पहुंच के सामने मामला पूरी तरह ठन्डे बस्ते में चला गया है।वर्तमान समय में गांव में कहीं भी सामुदायिक शौचालय नहीं है जिससे लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों नें बताया की स्कूल परिषर में आए दिन आपत्ति जनक वस्तुए मिल रही है तीन चार महीने पहले स्कूल के कमरों के आसपास शराब की खाली बोतले मिली थी उसके बाद नशा करने की सामग्री भी गांव के लोगों की मौजूदगी में पाई गई थी अभी हाल हीं में योग दिवस के दिन कुछ आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर ग्रामीणों में रौष व्याप्त हों गया है ग्रामीणों का कहना है की वर्तमान समय में मौजूदा प्रधानाचार्या का गांव के लोगों के प्रति व्यवहार अच्छा नहीं है किसी छात्र के फार्म पर हस्ताक्षर करने हों या फिर किसी ग्रामीण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने हो तो उसमे भी आनाकानी करती है।ग्रामीणों एवं द मुवमेंट ऑफ इंडिया फाउंडेशन संस्था नें स्कूल परिषर में बने शौचालय एवं स्कूल में व्याप्त अनियमितताओं की जांच करने की मांग की है।