युवक की हत्या से आक्रोशित ग्रामीण महिलाओ ने पुलिस के साथ की हाथापाई, शव लेकर बैठे धरने पर
स्मार्ट हलचल
दूनी/टोंक(हरि शंकर माली)। क्षेत्र के राजमहल गांव में बुधवार रात आपसी विवाद को लेकर एक 26 वर्षीय युवक को बजरी के ट्रैक्टर से कुचल दिया गया। जिसकी बाद में मौत हो गई। सूचना पर ग्रामीण और परिजन आक्रोशित हो गए। जिन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी व आर्थिक सहायता दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
बुधवार देर रात एसडीओ मनोज कुमार मीणा, देवली पुलिस उपाधीक्षक रामसिंह, देवली थाना प्रभारी दौलतराम, दूनी थाना प्रभारी समेत आसपास की चार थानों का जाप्ता मौके पर तैनात किया गया और परिजनों व ग्रामीणों को समझाया गया, लेकिन परिजन और ग्रामीण मृतक के परिवार के लोगों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दिलाने पर अड़े रहे। ग्रामीणो की मांगो को लेकर विधायक ने काफी समझाईस की लेकिन मृतक का परिवार व ग्रामीणो ने की मांग पुरी नहीं मानने पर विधायक व प्रशासन वहां से चला गया। ऊसके बाद ग्रामीण महिलाएं आक्रोशित हो गई व पुलिस की मिली भगत होने का आरोप लगाया। वही पुलिस के गुनहगार व्यक्तियों को लाइन हाजिर या यहाँ से हटाये जाने को लेकर विधायक व प्रशासन से काफी समझायत का दौर चला लेकिन नहीं मानने पर महिलाओ ने पुलिस व बजरी माफिया का गठजोड़ होने का आरोप लगा कर मारपीट पर ऊतारु हो गई।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि थाना प्रभारी सहित कुछ पुलिसकर्मी माफियाओं से मिले हुए हैं, जिस कारण अवैध बजरी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
ग्रामीणों की मुख्य मांगें: मृतक के परिजनों को 50 लाख मुआवजा व एक सदस्य को सरकारी नौकरी, अवैध बजरी परिवहन में संलिप्त पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया जाए। थाना प्रभारी की भूमिका की उच्च स्तरीय जांच कर उसे बर्खास्त किया जाए, ट्रैक्टर चालक की तुरंत गिरफ्तारी और बजरी माफियाओं को गिरफ्तारी व मुकदमा।
जनता ने कहा – नहीं सहेंगे अन्याय
धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की मौत नहीं है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही और बजरी माफिया के आतंक का परिणाम है। अगर सरकार और प्रशासन समय पर कार्रवाई नहीं करता है, तो आंदोलन और तेज़ होगा।