एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम और गोताखोर द्वारा मृतक के शव की तलाश जारी है
शाहपुरा@(किशन वैष्णव) नाहर सागर में सेल्फी लेते समय पैर फिसलने से बहे युवक का लापता शव का 24 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी शाम 5 बजे तक कोई सुराग नहीं लग पाया।दूसरी तरफ लगातार फुलिया कलां पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर मृतक की तलाश की जा रही है।फुलिया कलां थानाधिकारी देवराज सिंह ने बताया की शनिवार दोपहर करीब 1 बजे सेल्फी लेने के दौरान पैर फिसलने से डोहरिया ग्राम पंचायत के सरदारपुरा गांव का रहने वाला ओमप्रकाश कीर (30) पानी के तेज बहाव में लापता हो गया।जिसका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है हालाकि फुलिया कलां पुलिस और एसडीआरएफ की टीम के गोताखोर लगाता मृतक के शव को ढूढने के प्रयास कर रहे हैं।गौरतलब है की शाहपुरा क्षेत्र में पिछले दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नाहर सागर,उमेद सागर बांध सहित क्षेत्र के जलाशय पूरी तरह से भर चुके हैं,जानकारी के अनुसार ओम प्रकाश नाहर सागर में पैर फिसलने के बाद चादर के पानी में गिर गया।पानी में गिरने के बाद वह आगे की ओर बह गया।जिसके बाद घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने फुलिया कला थाना पुलिस को सूचित किया।पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया, जिसने ग्रामीणों की सहायता से सर्च अभियान शुरू किया और 24 घंटे बाद भी दूसरे दिन रविवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है शव की तलाश जारी है।
सोशल मीडिया पर फोटो डालने के चक्कर में गवा बैठा जान।
युवक ने भारी बारिश और बहाव क्षेत्र में 2 मिनट की सेल्फी के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डाल दी और खुद को मौत के हवाले कर दिया। ऐसे ही नजारे आजकल देखने को मिलते हैं जहां युवक और युवतियां सोसल मीडिया अकाउंट पर फोटो डालने के लिए कही प्रकार के खतरनाक स्टंट और मौत के मुंह में जाते हैं जिससे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से व्यूज बढ़ते हैं लेकिन इन व्यूज के चक्कर में या तो फिसल जाते हैं या उसके साथ कोई हादसा हो जाता है और जान जोखिम में डाल देते हैं।लेकिन ये नही सोचते की अपने बाद अपने परिवार और माता पिता का क्या होगा जो अपनी आस में जिंदगी गुजार रहे हैं l।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की आमजन से अपील।
क्षेत्र में भारी के कारण जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत और जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार कावंट ने आमजन से अपील करते हुए कहा की बारिश के चलते छोटे से लगाकर बड़े नदी तालाबों का बहाव तेज है भूल कर भी नदी तालाब और बहाव क्षेत्र में जाना आपके लिए घातक साबित हो सकता है।आमजन अपने छोटे छोटे बच्चो को घर से बाहर नही जाने देवे और बड़े लोग भी अत्यधिक बहाव और झरने वाले क्षेत्र में जाने से बचे और सुरक्षित रहे।