कृष्णकुमार राजपुरोहित
भीनमाल |स्मार्ट हलचल|सेन शिक्षा जागृति मंच जिला जालोर का जिला स्तरीय ग्यारहवां प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन मंगलवार को एमपी रोड़ पर न्यू भूमि पर सम्मान समारोह में कक्षा दस की कुल 51 प्रतिभाओं, कक्षा 12 वीं में 54 व स्नातक तथा उच्चतर की 31 व डिग्री डिप्लोमा 19 तथा खेलकूद, एनसीसी व स्काऊट की 11 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। इनमें से कक्षा दस व बारह की नौ प्रतिभाओं को गोल्ड मेडल से भी नवाजा गया। समारोह को संबोधित करते हुए सांथू महंत रणछोड़पुरी महाराज ने कहा कि शिक्षा के प्रति जागृति मंच का कार्य बहुत सुन्दर और सराहनीय है और वे खुद गत दस वर्षो से समाज के इस विशाल कार्यक्रम में उपस्थित होकर शिक्षा रूपी इस महायज्ञ के साक्षी बन रहे है। महाराज ने कहा कि शिक्षा ही वह अनमोल धन है जो कि न तो कभी क्षीण होता है और जितना खर्च करते है उतना ही बढ़ता जाता है। महाराज ने कहा कि वर्तमान युग में बगैर शिक्षा के जीवन व्यर्थ है इसलिए आप सभी कुछ करें या न करें मगर अपने अपने बालक बालिकाओं को पूर्ण शिक्षा जरूर दिलवाये। महाराज ने समाज से अपील की कि वे नशे पत्ते की किसी भी लत से दूर रहें। समारोह को संबोधित करते हुए प्रोफेसर सोहनलाल बाड़मेर ने शिक्षा को लेकर समाज में जागृति मंच के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं का कार्य करना नि:सन्देह हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि समाज में शिक्षा के माध्यम से ही बदलाव की सकारात्मक राह प्रशस्त की जा सकती है। शिक्षा ही वह कुंजी है जो अशिक्षा से उत्पन्न सौ बीमारियों को खत्म करने के साथ समाज में प्रगति ला सकती है। मंच के जिलाध्यक्ष गुलाब भाटी ने कहा कि हमें सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक रुप से सक्षम बनने के लिए शिक्षा रुपी इस रेलगाड़ी में सफर करना ही होगा। भाटी ने कहा कि यह गौरव की बात है कि हमारे समाज में शिक्षा का प्रचार-प्रसार अपनी गति पकड़ रहा है। सेन सेवा समिति के अध्यक्ष मोहनलाल पंसेरी ने कहा कि आज राजस्थान में प्रत्येक जिला मुख्यालय पर सेन समाज के छात्रावास बने हुए है मगर हमारे जालोर जिले में छात्रावास का निर्माण अपूर्ण पड़ा है। उन्होंने जिला मुख्यालय पर बन रहे छात्रावास को लेकर समाज से अपील की वे इसके निर्माण हेतु अपना सहयोग प्रदान करे। समारोह में भाग लेने वाले सभी बंधुओं का आभार व्यक्त किया। सचिव किरण कुमार दौलपुरा ने मंच का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कोषाध्यक्ष भंवरलाल झाब ने संस्था के आय व्यय को ब्यौरा प्रस्तुत किया। मंच संचालन भरत भाटी अरणाय व जयंतीलाल दांतलावास ने किया। समारोह में शिक्षाविद् लालाराम छिपरवाड़ा, जूठाराम भाटी, हमराज सेन लेदरमेर, भभूतमल भाटी, लखाराम भाटी, भोमाराम गोयल, सुखदेव परमार गुड़ामालाणी, सूजमल मालवाड़ा, मांगीलाल सेवड़ी, सेवानिवृत नायब तहसीलदार मोहनलाल, सेवानिवृत रीडर छोगाराम नरसाणा, इन्द्रभाण भाटी, पूर्व अध्यक्ष सांवलाराम पूनासा, हस्तीमल रायथल, बाबूलाल देता, वचनाराम दादाल, नरेन्द्र, लालाराम, पारसमल निम्बोड़ा, पारसमल भाटी, जबरमल भाटी, तकि सेन, गणपतलाल भादरड़ा, नारायणलाल बोरटा, रेवाराम जुंजाणी, विनोद पंसेरी, सुरेश डी सेन, रेवाराम विशाला, जबराराम बी भाटी, माधाराम, अर्जुन, छगनलाल चारा, कांतिलाल कोरा बलवंत सेन सहित सैकड़ों की संख्या में मातृशक्ति एवं सेन समाज के समाज बंधु मौजूद रहे।


