शाहपुरा-पेसवानी
शाहपुरा में मंगलवार का दिन इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया। स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी, देश के सबसे कम उम्र के शहीदों में शामिल हेमू कालानी की याद में भव्य स्मारक और प्रतिमा का लोकार्पण हुआ। नगर पालिका शाहपुरा और पूज्य सिंधी पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस ऐतिहासिक समारोह ने पूरे नगर को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, महामंडलेश्वर महंत स्वामी श्रीहंसराम महाराज और मुंबई से आए शहीद कालानी के परिजनों ने संयुक्त रूप से प्रतिमा का अनावरण किया। पहली बार शाहपुरा पहुंचे शहीद के परिवार के कमला कालानी, सुरेश कालानी और नरेश कालानी का नगरवासियों ने गर्मजोशी और फूलमालाओं से स्वागत किया। शाहपुरा विधायक डॉ. लालाराम बैरवा भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम स्थल को तिरंगा थीम में सजाया गया था। हर ओर तिरंगे की चमक, देशभक्ति गीतों की गूंज और लोगों के चेहरों पर गर्व का उजास। माहौल ऐसा था कि हर शख्स के दिल में भावनाओं का सैलाब उमड़ रहा था।
मुख्य अतिथि वासुदेव देवनानी ने कहा कि हेमू कालानी मात्र 19 वर्ष की आयु में हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूमने वाले भारत के सबसे कम उम्र के स्वतंत्रता सेनानी थे। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सेना की सप्लाई ट्रेन रोकने की योजना में सक्रिय भागीदारी के चलते वे गिरफ्तार हुए और 26 जनवरी 1943 को, महज 18 साल की उम्र में, देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उनका साहस और राष्ट्रभक्ति आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।
महामंडलेश्वर महंत स्वामी श्रीहंसराम महाराज ने सनातन संस्कृति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इसका उद्भव सिंधु नदी किनारे से हुआ है। उन्होंने सिंधी भाषा और संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए समाज से पंथों में बंटने के बजाय एकजुट होकर धर्म और संस्कृति को मजबूत बनाने का आह्वान किया।
विधायक डॉ. लालाराम बैरवा ने कहा कि अमर शहीद हेमू कालानी का स्मारक शाहपुरा में स्थापित होना नगर और समाज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे देश की सुरक्षा के साथ-साथ सनातन संस्कृति के परचम को विश्व स्तर पर ले जाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
नगर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी ने बताया कि स्मारक निर्माण पर 11.77 लाख रुपये खर्च हुए हैं और भविष्य में इस स्थल को और विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम संयोजक मूलचंद पेसवानी ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर हेमू कालानी को औपचारिक रूप से ‘शहीद’ का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने युवाओं से स्मारक को चेतना का केंद्र और ऊर्जा का स्रोत बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि शाहपुरा ने आज एक नया इतिहास रचा है।
समारोह में नगर के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, भारतीय सिंधु सभा के संभागीय प्रभारी वीरूमल पुरूसानी, जिला अध्यक्ष परमानंद गुरनानी समेत बड़ी संख्या में सिंधी समाज के लोग उपस्थित रहे। सभी ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके बलिदान को नमन किया।
अंत में सिंधी पंचायत अध्यक्ष मोहन लखपतानी ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, और यह ऐतिहासिक दिन नगरवासियों के हृदय में देशभक्ति का नया संकल्प भर गया।