ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल/राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। सरकार का दावा है कि इन शिविरों के माध्यम से प्रशासन जरूरतमंदों की समस्याओं का त्वरित समाधान कर रहा है लेकिन अगर जहाँ शिविर आयोजित हो रहे हो उसकी जानकारी ही आमजन तक ना पहुंचे और शिविर तक आमजन अपनी समस्या लेकर ना पहुंच पाए तो यहाँ सभी सरकारी दांवे फैल हो जाते है।
मंगलवार 8 जुलाई को शंभूपुरा ग्राम पंचायत में भी इस शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यालय से तहसीलदार राहुल धाकड़, बीडीओ समुन्द्र सिंह, प्रधान देवेंद्र कंवर भी पहुंचे साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी भी शिविर में पहुंचे लेकिन शिविर में खास बात यह रही कि जिनको शिविर में पहुंचना था वो तो आये ही नही, जिससे शिविर पूरी तरह फैल रहा।
जितने अधिकारी कर्मचारी उतने लोग भी नही पहुंचे
शंभूपुरा ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर पंचायत के एक हॉल तक ही सीमित रह गया, मोके पर करीब 30 से 40 कमर्चारी अधिकारी मौजूद रहे लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा शिविर को लेकर प्रचार प्रसार में कमी या यह कह सकते कि ग्राम पंचायत की लापरवाही के चलते यह शिविर पूरी तरह फ्लॉप रहा,जिन आमजन के लिए यह शिविर लगाया उन्हें शिविर की जानकारी तक नही थी जिसके चलते नाम मात्र के संख्या में ही लोग शिविर में पहुंचे बाकी जानकारी के अभाव में लोग शिविर में नही पहुंचे।