जगह जगह गंदगी के ढेर लगा पीएम के स्वच्छता अभियान को बता रहे धत्ता।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल।चित्तोड़गढ़ जिले की शंभूपुरा ग्राम पंचायत तो जैसे क्षेत्र में सफाई कार्य को लेकर पूर्णतः निकम्मी साबित हो रही है, अब तो ऐसा लगने लगा जैसे ग्राम पंचायत का स्वच्छता से कोई सम्बन्ध ही ना हो।
बता दे कि शंभूपुरा के मुख्य सावा चौराहा पर सार्वजनिक महिला पुरुष शौचालय बना हुआ है जो बरसो से सफाई के अभाव में अनुपयोगी साबित हो रहा था, मीडिया में खबरे लगी तो बीडियो समुन्द्र सिंह ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत मोके पर पहुंचे और ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को लताड़ लगाते हुए तुरन्त सफाई करवा जनता के लिए पुनः सुचारू रूप से चालू करवाया और ग्राम पंचायत को नियमित सफाई हेतु निर्देशित किया था।
कुछ समय मे ही हालात फिर हुए बद से बत्तर, क्षेत्रवासी, राहगीर परेशान:
बीडियो सिंह द्वारा मोके पर खड़े रहकर सफाई करवाने को कुछ समय ही गुजरा होगा कि इस बीच फिर पंचायत ने कभी सफाई करवाना उचित नही समझा जिससे कुछ समय मे ही वहाँ के हालात बद से बत्तर हो गए, शौचालय गंदगी से पूरा भर गया है जिससे क्षेत्रवासियों ओर राहगीरो को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वही महिला राहगीरो को भी खासी परेशानी हो रही एव यहाँ सफाई नही रहने से आने वाली बदबू से आसपास में दुकानदारों का दुकानों पर बैठना तक मुश्किल हो रहा, जिससे उनका व्यवसाय भी खासा प्रभावित हो रहा है, ग्राम पंचायत के इस रवैये से क्षेत्रवासी काफी अधिक खफा है, ग्रामीणों ने कहा कि पूरे क्षेत्र में गन्दगी फैली हुई अगर जल्द समाधान नही होता तो ग्राम पंचायत के मुख्य गेट पर तालाबंदी कि जाएगी जिसके जिम्मेदार सचिव सरपंच होंगे।
सफाई वाहन नही आता इसलिए जगह जगह गन्दगी के ढेर
जिले में शायद शंभूपुरा ही एकमात्र ऐसी ग्राम पंचायत होगी जहां पर स्वच्छता रथ होने के बावजूद यहाँ ग्राम पंचायत की मनमानी के चलते इसे क्षेत्र में नही भेजा जाता जो बरसो से ग्राम पंचायत में धूल खा रहा है, जिसका मुख्य कारण स्थानीय सरपंच अजय चौधरी है जो नही चाहता कि सांसद सीपी जोशी द्वारा दिया यह रथ चले इसलिए उसे ग्राम पंचायत नही चला रही जिससे पूरे क्षेत्र में जगह जगह गन्दगी पसरी हुई है जिस पर ना कभी सचिव द्वारा ध्यान दिया जाता है ना सरपंच कभी ध्यान देता है।
आखिर किसे सुनाए दास्तान
ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय सरपंच अजय चौधरी जीतने के बाद से ही बदले की राजनीति करते हुए विकास करने के बजाय अपने विकास में लगा है, शुरू से ही उसने इस कुर्सी का गलत फायदा उठाया है और अब क्षेत्र की प्रमुख मांग सफाई व्यवस्था वो भी ग्राम पंचायत से नही हो रही तो फिर ग्राम पंचायत क्या करेगी, शंभूपुरा पंचायत सफाई व्यवस्था पर पूरी तरह से निक्कमी साबित हो रही और प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान को धत्ता बता रही है।
ग्रामीणों की यह मांग
ग्राम पंचायत के अधिकांश वार्ड पंच सहित ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन जल्द स्वच्छता अभियान के तहत स्वच्छता रथ को शुरू करवाए, सार्वजनिक शौचालय की सफाई करवा उसकी नियमित सफाई के लिए ग्राम पंचायत को पाबन्द करे, कॉलोनी की नालियों सहित मुख्य नालो की सफाई जल्द करवाई जावे ताकि बरसात में होने वाली समस्याओं से बचा जा सके।