रोहित सोनी
आसींद । चैनपुरा पंचायत के रूणारेल गांव की राजकीय प्राथमिक विद्यालय में पानी की समस्याओं के चलते अध्यापक स्वयं के स्तर पर माथे पर मटका रखकर पानी लाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका एक वीडियो सामने आया है जिसमे एक शिक्षक दिख रहा हैं उनमें से एक संस्था प्रधान भी शामिल है जिनका नाम सत्यनारायण सिंह राठौड़ व अध्यापक आनंद सिंह लोरावत है। अध्यापक 1 किलोमीटर दूर से विद्यालय में पानी लाकर छात्र छात्रों की प्यास बुझा रहे हैं। हाल ही में विद्यालय में एक पेड़ मां के नाम मुहिम के तहत 101 पोधा लगाए जो क्षेत्र में वर्षा नहीं होने के कारण सूखने की कगार पर आ गए जिन्हें अध्यापक पानी डालकर बड़ा कर रहे है। पिछले कई सालों से न चंबल का पानी आता है, न स्कूल में कोई टैंक बना हुआ है इसी कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे ही नहीं बल्कि शिक्षक भी पीने के पानी की समस्या से परेशान है। अब इस विद्यालय को भामाशाह या सामाजिक संगठन की मदद मिले तो स्कूल में ही पानी की व्यवस्था हो सकती है ऐसे में अब स्कूल में मदद के लिए अध्यापकों को भामाशाह का इंतजार है।


