राजेश कोठारी
भीलवाड़ा । शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में अच्छे संस्कार भी जरूरी है जो घर से बाहर माता-पिता के बाद एक शिक्षक ही दे सकता है, साथ ही छात्र जीवन में छात्र-छात्राओं को अच्छे संस्कार के लिए अच्छी पुस्तकों को अपना मित्र बनना चाहिए। यह श्रेष्ठ जीवन के लिए भी अच्छा है, शिक्षक बच्चों के भविष्य का निर्माण तो करते ही है लेकिन माता-पिता के बाद वही सही मार्ग और दिशा भी बताते हैं। यह बात शहर विधायक अशोक कोठारी ने सेठ मुरलीधर मानसिंहका कन्या विद्यालय में वार्षिककोत्सव के दौरान बतौर अतिथि अपने संबोधन में समारोह में मौजूद छात्र-छात्राओं से कही। कोठारी ने आगे कहा की हमारे इतिहास में मीराबाई, लक्ष्मीबाई, रानी पद्मावती, हाड़ीरानी का बलिदान से बहुत कुछ सिखने को मिलता है। जबकि कार्यक्रम में मौजूद समाजसेवी गोविंद सोडानी ने छात्राओं को कुंभ की महत्वत्ता के बारे में समझाते हुए कहा की वह अपने परिजनों के साथ कुंभ जरूर जाएं इससे उन्हें शिक्षा के साथ साथ अपनी संस्कृति को जानने का मौका भी मिलेगा। शिक्षाविद शंकरलाल माली ने छात्राओं से आग्रह किया कि वो शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का उपयोग अपने सदुपयोग के लिए करें ना की दुरूपयोग के लिए। क्योंकि दुरूपयोग से भविष्य बर्बाद होता है, जबकि सदुपयोग से जीवन में विकास को गति मिलती है। समारोह की शुरुआत आंगतुक अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दिप प्रज्ज्वलन कर के की गई। तत्पश्चात सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान किया गया। संस्था प्रधान आशा लढ़ा ने बताया की समारोह के दौरान छात्राओं द्वारा देशभक्ति से ओत-प्रोत रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। एक शिक्षिका द्वारा उनकी मां की स्मृति में छात्राओं को छात्रवृत्ति स्वरूप नकद राशि दी गई। वहीं इस बीच प्रतिभावान छात्राओं का स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया। समारोह में मुकुंद सिंह राठौड़, श्रीमती इंदुबाला बाफना, संजय राठी, संत श्री लालजी महाराज, बाबुलाल टांक सहित विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।