अनिल कुमार
स्मार्ट हलचल|ब्यावर जिले के जवाजा थाने में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम और स्थानीय पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। यह घटना एक रिश्वतखोरी के मामले की जांच के दौरान हुई, जिसमें एसीबी की रिपोर्ट के आधार पर थानाधिकारी (SHO) सहित 3 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।जानकारी के अनुसार, जवाजा थाने में दर्ज एक मामले के आरोपी केसर सिंह ने पुलिस पर रिश्वत मांगने का आरोप
लगाते हुए एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के सत्यापन के लिए एसीबी निरीक्षक कंचन भाटी अपनी टीम के साथ जवाजा थाने पहुंची थीं। शिकायतकर्ता केसर सिंह भी उस समय थाने में मौजूद था।
बताया जा रहा है कि केसर सिंह ने एक कॉन्स्टेबल से हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया था। रिकॉर्डिंग की भनक लगते ही कॉन्स्टेबल अनिल कुमार कथित तौर पर आपा खो बैठा। आरोप है कि उसने केसर सिंह के साथ मारपीट की, रिकॉर्डर छीन लिया और थाने में हंगामा शुरू कर दिया।
शोर-शराबा सुनकर एसीबी निरीक्षक कंचन भाटी मौके पर पहुंचीं और शिकायतकर्ता को बचाया। इसी दौरान कॉन्स्टेबल अनिल कुमार ने एसीबी अधिकारी से भी कथित तौर पर धक्का-मुक्की की और रिकॉर्डर लेकर थाने से फरार हो गया। इस घटना से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसीबी की रिपोर्ट के आधार पर जवाजा थाने में ही एक नया प्रकरण दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर थानाधिकारी राजेंद्र ताड़ा, कॉन्स्टेबल अनिल कुमार और ड्राइवर रामनाथ को लाइन हाजिर कर दिया गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रिकॉर्डर लेकर फरार हुआ कॉन्स्टेबल अनिल कुमार अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जबकि यह मामला सीधे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जुड़ा हुआ है।


