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शाहपुरा समिति की दुकान पर खाद में घटतौली का मामला, कृषि विभाग ने दुकान की सीज

काश्तकार को 10 किलो कम देने पर कार्रवाई, सैकड़ों बैग खाद जब्त, सेंपल जांच को भेजे
शाहपुरा- पेसवानी
शाहपुरा क्रय-विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड की बस स्टैंड स्थित दुकान पर खाद की घटतौली के गंभीर मामले में कृषि विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए दुकान को सीज कर दिया है। काश्तकार को 10 किलो कम खाद दिए जाने की शिकायत पर विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान दुकान में मौजूद संपूर्ण खाद का स्टॉक जब्त कर समिति की मेन ब्रांच को सुपुर्द किया गया है। टीम ने मौके से खाद के सेंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भी भेज दिए हैं।
कृषि विभाग की कार्रवाई में गुलाबपुरा के फसल प्रभारी कृषि अधिकारी प्रभुलाल जाट, पौध संरक्षण अधिकारी भगवत सिंह राणावत, और शाहपुरा के सहायक कृषि अधिकारी प्रथम डॉ. दीपक कुमार कोली शामिल रहे। टीम ने दो दिन पहले छापा मारकर दुकान की जांच की और घटतौली की पुष्टि होते ही तत्काल दुकान को सील कर दिया।
कार्रवाई के दौरान काश्तकार भगवान सिंह यादव को मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने लिखित में शिकायत दी कि उन्हें खाद के कट्टे में 10 किलो कम खाद दी गई थी। शिकायत की पुष्टि के बाद विभाग ने दुकान संचालक राजेंद्र बंग की दुकान से 300 बैग यूरिया, 245 बैग कंपोस्ट खाद और 360 नेना यूरिया लिक्विड बोतल जब्त कीं। सभी स्टॉक को समिति की मुख्य शाखा को सुपुर्द किया गया। टीम ने बताया कि जब्त खाद के सेंपल प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर आगे की विधिवत कार्रवाई की जाएगी। यदि खाद की गुणवत्ता भी खराब पाई जाती है, तो और कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
इस कार्रवाई के बाद शाहपुरा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। अन्य दुकानों और संस्थानों में भी अब सतर्कता बढ़ गई है। किसान संगठनों ने विभाग की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए मांग की है कि ऐसे मामलों में समयबद्ध जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
बायो गोल्ड खाद पाया गया पुराना स्टॉक–
जांच में यह भी सामने आया कि दुकान में जो बायो गोल्ड खाद बेचा जा रहा था, वह काफी पुराना स्टॉक था। यह खाद समिति की फुलियाकलां शाखा के बंद होने के बाद वहां से धीरे-धीरे लाकर बेचा जा रहा था। पुराने खाद को बिना जानकारी और निरीक्षण के बेचना नियमों के विरुद्ध है और किसानों के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी–
कृषि विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि किसानों के हक और गुणवत्ता से समझौता करने वाले किसी भी व्यापारी या संस्था को बख्शा नहीं जाएगा। किसानों से अपील की गई है कि वे खाद या बीज में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर तुरंत विभाग से संपर्क करें।

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