केकई के वरदान को एक क्षण में स्वीकार करने वाले पुत्र है श्रीराम,ये थे हमारे आदर्श- अंजली आर्या
बन्शीलाल धाकड़
छोटीसादड़ी|स्मार्ट हलचल/बसेड़ा में वैदिक श्रीराम कथा का चौथा दिन पूर्ण,26 तक चलेगी कथा गोदड़ देव बावजी के स्थान पर सोमवार से सप्त दिवसीय श्रीराम कथा चल रही जिसके चौथे दिन कथा में राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना पंहुचे उनका स्वागत अभिनंदन गांव वासियों ने किया उन्होंने कहा हमारा सनातन जीवन सर्व श्रेष्ठ है हमें सनातन से सबके कल्याण की सोचना है। कथा में आचार्य कर्मवीर मेधार्थी ने भी धर्म पर उपदेश किया। गांव के सोहन लाल आंजना ने जानकारी देते हुए बताया की कथा में व्यास पीठ से वेद विदुषी अंजली आर्या हरियाणा ने कहा कि जब केकई ने राजा दशरथ से दो वरदान मांगे तब राजा अचेत होकर नीचे गिर पड़े थे। तब राम वहां आए उन्हे पता चला की मां ने मुझे वन भेजने का और भाई भरत को राजा बनाने की कहा है तो एक क्षण में ही राम ने कह दिया मां तुमने जो कह दिया वह मेरे लिए सबकुछ है आपकी बात स्वीकार करना मेरा सौभाग्य है और वन में गए,ये थे राम सनातन संस्कृति के आदर्श है और आज भी ये आदर्श परिवारों को श्रेष्ठ बनाते है। बस हम इन्हें स्वीकार करें। कथा बसेड़ा गांव के सभी ग्राम वासियों की ओर से संचालित हो रही है जो प्रतिदिन दिन में 12 बजे से 4 बजे तक चल रही है।आस पास के गांवो से आए धार्मिक बंधुओ और महिलाओं ने कथा वाचक वेद विदुषी अंजली आर्या का स्वागत अभिनंदन किया। बाहर से आए पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना,पूर्व प्रधान गोपाल आंजना,समरथ आर्य,रामबिलास आर्य,भेरूलाल पाटीदार, रामलाल पाटीदार आदि ने भी स्वागत अभिनन्दन किया। कथा में आसपास के कई गांवों के सेकंड़ों धर्म प्रेमी महिलाओं व पुरुषों ने कथा श्रवण का लाभ लिया।


