(बिन्टू कुमार)
नारायणपुर|स्मार्ट हलचल| क़स्बा स्थित पुरुषोत्तम आश्रम में 21 जनवरी से शुरू होने वाले 108 कुण्डीय श्रीराम महायज्ञ की तैयारियां चरम पर हैं। शुक्रवार को आश्रम परिसर में महामंडलेश्वर जनार्दन दास महाराज तथा बाहर से पधारे अनेक साधू-संतों की उपस्थिति में यज्ञाचार्य पं. दिनेश त्रिवेदी द्वारा विधि-विधान से भूमि पूजन कर यज्ञध्वज की स्थापना की गई। वैदिक मंत्रोच्चार से वातावरण गूंज उठा और श्रद्धालुओं ने पारंपरिक श्रद्धा भाव से अनुष्ठान में भाग लिया। यज्ञाचार्य पं. दिनेश त्रिवेदी ने बताया कि यज्ञध्वज स्थापना यज्ञ की सफलता, पवित्रता और शुभता का प्रतीक मानी जाती है। यह अनुष्ठान देवताओं के आह्वान तथा यज्ञ स्थल पर सकारात्मक ऊर्जा के संचार के उद्देश्य से किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यज्ञध्वज स्थापना से यज्ञ स्थल शुद्ध रहता है और इसमें भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक लाभ और मानसिक शांति प्राप्त होती है। यज्ञ की शुरुआत के लिए किए गए इस महत्वपूर्ण अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। वैदिक मंत्रध्वनि, शंखनाद और साधू-संतों की उपस्थिति से पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा, श्रद्धा और भक्ति से ओत-प्रोत नजर आया। आयोजन समिति के अनुसार 21 जनवरी से प्रारंभ होने वाले इस भव्य 108 कुण्डीय श्रीराम महायज्ञ के दौरान प्रतिदिन हवन, भजन-कीर्तन, संत प्रवचन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। यह महायज्ञ कई दिनों तक चलेगा और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। समिति ने क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है। ध्वज स्थापना के साथ ही महायज्ञ की तैयारियों ने गति पकड़ ली है और पूरे क्षेत्र में धार्मिक उल्लास, आस्था और आध्यात्मिक उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है। इस अवसर पर ब्रह्म पीठाधीश्वर रामरतन देवाचार्य, महामंडलेश्वर भींवादास, महामंडलेश्वर बालेश्वर दास, महंत पूरण दास, आचार्य बलराम दास, महंत रामरतन दास, महंत तुलसीदास, श्योराम दास, महामंडलेश्वर रामसेवक दास, मक्खन दास, महंत पोखर दास, महंत रामदास, महंत जय बिहारी शरण दास, महंत कमल दास, महंत अशोक दास, रामलखन दास सहित बड़ी संख्या में संत और श्रद्धालु उपस्थित रहे।


