बूंदी – स्मार्ट हलचल/गुरुवार को श्रृंग जयंती महोत्सव पर महर्षि श्रृंग ऋषि की शोभायात्रा निकाली गई गाजे बाजे व भजनों की स्वर लहरियो के बीच समाज बंधु ने नाचते गाते चल रहे थे जग में सुंदर है दो नाम चाहै कृष्ण कहो या राम बोलो राम राम बोलो राम राम, राधा रमण हरि गोविंद बोलो गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, राम रमैया गए जा, मेरे रूठे हुए श्याम को मनाऊं कैसे आदि भजनों से माहौल भक्ति में हो गया महिला पुरुष ने भगवान के भजनों पर डांडिया भी खेला विमान में महर्षि श्रृंग का चित्र रखकर अचार्य अरुण श्रृंगी के द्वारा विधि विधान से पूजन करवा कर शोभायात्रा को रवाना किया समाज बंधुओ ने सफेद वस्त्र में तो महिलाएं केसरिया परिधान में सजी धजी शोभायात्रा यात्रा में शामिल हुई शोभा यात्रा श्रृंग भवन गणेश गली से रवाना हुई जो बूंदी श्रृंग समाज की ओर से सदर बाजार,चूड़ी बाजार, कागदी देवरा,उपरला बाजार, नाहर का चोहटटा,चारभुजा मंदिर होती हुई वापस श्रृंग भवन पहुची जहां श्रृंग ऋषि जी की महाआरती हुई उसके बाद प्रसादी का आयोजन हुआ शोभायात्रा में महिलाओं ने एक ही कलर की साड़िया पहन रखी तो पुरुषो ने सफेद वस्त्र धारण कर रखे थे। इससे पूर्व सवेरे कलश यात्रा निकाली जो मंशापूर्ण गणेशमंदिर बालचंद पड़ा परिसर से शुरु हो कर सुरज जी का बड़ नाहर का चौहट्टा चारबुजा मन्दिर होते होते हुए श्रृंग भवन गणेश गली जाकर समाप्त हुई जहां पर भगवान की पूजा के बाद हवन का कार्यक्रम आयोजित हुआ इस अवसर पर महिलाएं सर पर कलश लेकर चल रही थी और बैंड धार्मिक भजनों की स्वर लहरियां बिखेर रहा था जयन्ती मिडिया प्रभारी नवल किशोर श्रृंगी ने बताया की कलश यात्रा से पहले बोलियो की शुरुवात हुई जिसमे बड़े कलश की बोली रूपचंद श्रृंगी रडी सवेरे अश्वरोही की बोली हरी ओम जोशी संधारा की और से हवन की बोली रमाकांत अठारिया श्रृंग ऋषि पूजन की बोली हरी किशन श्रृंगी चवर की बोली रामचरण श्रृंगी जावटी शाम के अश्वरोही की बोली हरी ओम श्रृंगी बराना माला प्राप्ति की बोली पुरुषोत्तम नौसरिया महाआरती की बोली मंजूलता श्रृंगी द्वारा लगाई गई कार्यक्रम में श्रृंग पंचायत अध्यक्ष रमाकांत श्रृंगी जयंती संजोयक रूपचंद श्रृंगी ,नवल किशोर श्रृंगी, मुकेश श्रृंगी, चंद्र प्रकाश जोशी, चंद्र प्रकाश अठारिया, पवन श्रृंगी, सदानंद श्रृंगी, अरुण श्रृंगी,सत्यनारायण श्रृंगी, सुरेंद्र श्रृंगी, सूरज प्रकाश श्रृंगी, नारायण श्रृंगी महिला जिला अध्यक्ष साधना श्रृंगी, महिला मंडल अध्यक्ष मंजू लता श्रृंगी, कीर्ति सुखवाल, शशि कला श्रंगी उर्मिला श्रृंगी, मयूरी ओझा सुनीता श्रृंगी, आदि समाज बंधु मौजूद रहे