भीलवाडा । जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र सीटू की ओर से राज्य स्तर पर विरेोध दिवस मना कर मांग पत्र दिया गया। प्रांतीय प्रतिनिधि ओमप्रकाश देवानी ने बताया कि राज्य स्तरीय मांग पत्र में – (1) सरकार द्वारा लेबर कोड कानून वापस लेने, (2) न्यूनतम वेतन 26000 पर लागू करने, (3) समान काम समान वेतन देने, (4) ठेका प्रथा को बंद करने, (5) आंगनबाड़ी योजना कर्मियों को स्थाई करने, (6) निर्माण श्रमिकों की योजनाओं की सहायता लागू करने, (7) भीलवाड़ा मैं बंद हुई टेक्सटाइल श्रमिकों का भुगतान दिलाया जाने आदि मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया। देवानी ने बताया कि भीलवाड़ा में टेक्सटाइल प्रबंधकों द्वारा श्रमिकों को बिना उनका हिसाब दिए बगैर संस्थाओं को बंद किए जाने पर श्रमिकों ने आक्रोश व्यक्त किया। भीलवाड़ा स्थित मयूर फैब्रिक के प्रबंधक ने संस्थान को बंद कर दिया और श्रमिकों का भुगतान नहीं किया गया, इसी प्रकार अजय सिंटेक्स द्वारा अपने संस्थान की मशीनों को बेच दिया। श्रमिकों को अवैध रूप से सेवा पृथक कर दिया, सूरज यूनिवर्सल के श्रमिकों को भी प्रबंधन ने उनका समस्त हित लाभ का भुगतान नहीं दिया, एलडी शूटिंग ने भी अपनी संस्थान की मशीन बेच दिया और श्रमिकों को सेवा पृथक कर दिया। इस प्रकार भीलवाड़ा में टेक्सटाइल के मालिकों द्वारा बिना किसी युक्तियुक्त कारण के श्रमिकों को सेवाओं का लाभ नहीं देकर कार्य से बेदखल किया जाता है, इन सब चीजों को लेकर श्रमिकों में भारी आक्रोश रहा उन्होंने जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया गया। इस दौरान टेक्सटाइल श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष सोनू शर्मा, सद्दाम हुसैन रामनिवास गणेश गहलोत, सोनू माली, हकीम मोहम्मद सुरेंद्र बिश्नोई, मोतीलाल, दिनेश मीणा जगदीश नरेंद्र मराठा, , मनोहर सोनी जिला बिल्डिंग वर्कर्स यूनियन से मंजू आचार्य इंदिरा वैष्णव सद्दाम नारायण माली करण सिंह केदारेश्वर सद्दाम जलदाय कर्मचारी यूनियन से भेरूलाल खारोल नानूराम मेनारिया कालूराम एवं संगम इंडिया के श्रमिकों मैं लोकेश महावर अशफाक आशीष सोमानी बबूनाथ रामलाल विशाल जोगी दिनेश शर्मा रिंकू माली आक्रोश व्यक्त किया।