पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । श्रावण मास की धार्मिक आस्था और शिवभक्ति से ओतप्रोत कांवड़ यात्रा इन दिनों जिले भर में उल्लास, ऊर्जा और श्रद्धा के साथ जारी है। हजारों श्रद्धालु पवित्र जल के साथ शिवालयों की ओर पदयात्रा कर रहे हैं। ऐसे में जहां धार्मिक चेतना अपने चरम पर है, वहीं पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भी उतनी ही आवश्यकता है।
इसी भावना के साथ मणी एजुकेशनल सोसाइटी की सचिव एवं पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता अनुराधा झा ने शुक्रवार को जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कांवड़ यात्रा के दौरान प्लास्टिक उपयोग पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि प्रसाद, भंडारे, जलसेवा व अन्य गतिविधियों में उपयोग हो रहे प्लास्टिक बैग, गिलास, बोतल, थैलियां, प्लेट-कटोरियाँ आदि पर्यावरण पर अत्यंत हानिकारक प्रभाव डालते हैं। यह न केवल धार्मिक स्थलों की पवित्रता और स्वच्छता को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी खतरनाक साबित होते हैं।