छह मिनट के रैप सॉन्ग में बालकांड से उत्तरकांड तक रामायण का संपूर्ण सार
बूंदी- स्मार्ट हलचल|सिंगर सोमेश्वर नारायण शर्मा उर्फ सोमेश्वर महादेवन ने एक भेट में बताया कि दुनिया का पहला रामचरित मानस रैप केवल 6 मिनट में प्रस्तुत किया है। इस रैप में बालकांड से लेकर उत्तरकांड तक संपूर्ण रामायण का सार प्रस्तुत किया। अयोध्या में रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान सोमवेश्वर के भक्ति गीत अवध में आज दिवाली है गूंजा था।भारतीय आध्यात्म और आधुनिक रैप संस्कृति का अदभुत संगम रामचरित रैप जो रामायण और रामचरित मानस जैसे पवित्र ग्रंथों पर आधारित विश्व का पहला रैप है। यह एक संगीतमय प्रस्तुति है, जिसमें प्राचीन संस्कृत श्लोक, हिंदी की चौपाइयां और भक्ति स्तुति को वैस्टर्न रैप के साथ ऐसे जोड़ा गया कि यह भक्ति और
आधुनिकता के बीच एक वैश्विक संगीत सेतु तैयार करता है। पर्यटन नगरी बूंदी में सोमवार को जब भारत भूषण सम्मानित, वॉइस ऑफ राजस्थान एवं वॉइस ऑफ महाराष्ट्र, बॉलीवुड पार्श्वगायक अभिनेता, निर्माता एवं संगीतकार सोमेश्वर नारायण शर्मा उर्फ सोमेश्वर महादेवन पहुंचे और उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीडिया से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि बूंदी आकर ऐसा लगा मानो अपने घर लौटा हूं। यहां के लोगों की आत्मीयता, सरलता और संस्कृति के प्रति समर्पण देखने योग्य है। बूंदी केवल पर्यटन नगरी नहीं, बल्कि यहां प्रतिभा, परिश्रम और संस्कृति का संगम है। मैं इस शहर के युवाओं को विशेष रूप से बधाई देता हूं कि वे अपने संस्कारों के साथ आधुनिकता को भी शानदार संतुलन में जी रहे हैं।
गायक सोमेश्वर ने कहा-संगीत के माध्यम से युवाओं को श्रीराम के आदर्शों से जोड़ने का प्रयास किया है
सोमेश्वर कहते हैं कि आज का युवा धर्म और संस्कृति से दूर हो रहा है। हमने रैप को एक नया धार्मिक और आध्यात्मिक स्वरूप दिया है, ताकि संगीत के माध्यम से युवाओं को भगवान श्रीराम के आदर्शों से जोड़ा जा सके। रैप लिरिक्स एवं परफॉर्मेंस अंकुश सिंह ‘लोन किंग’ धौलपुर, श्लोक, चौपाइयां एवं संगीत संयोजन सोमेश्वर महादेवन ने किया। म्यूजिक डायरेक्शन करण राठौड़ और सोमेश्वर तथा वीडियो डायरेक्शन और एडिटिंग अविराग शर्मा ने किया। राजस्थान के बिकानेर में जन्मे सोमेश्वर का उद्देश्य देशभर के प्रतिभाशाली कलाकारों को अवसर देना है। आगामी प्रोजेक्ट्स में राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, चंडीगढ़, हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी, एमपी, कोलकाता, असम, बंगाल और हरियाणा के उभरते कलाकारों को स्थान दिया जा रहा है। उन्होंने अब तक जय मां शाकंभरी, जेड प्लस, ज्यूडिशियल कस्टडी आदि फिल्में की हैं। इस कला से उन्हें भारत भूषण सम्मान, राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार, इंटरनेशनल आइकॉन 2023, बेस्ट प्लेबैक सिंगर राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के नौवें एडिशन में पुरस्कार मिला था। पिता डॉ. हरिओम नारायण शर्मा के निधन के बाद मां मंजू शर्मा के आशीर्वाद से उन्होंने यूएसए क्यूब प्रोडक्शन की स्थापना की, जो वर्तमान में भक्ति और आधुनिकता का प्रतीक बन चुका है।


