हरनावदाशाहजी में बिजली विभाग की लापरवाही से जनता त्रस्त, स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची टीम को लौटाया
संजय चौरसिया
हरनावदाशाहजी।स्मार्ट हलचल|कस्बे में बिजली विभाग की अनदेखी और अव्यवस्थाओं से आमजन रोजाना परेशान है। झूलते तार, जर्जर लाइनें, अवैध ट्रांसफॉर्मर, बिजली चोरी और वोल्टेज की समस्या ने जीवन मुश्किल कर दिया है। वहीं, बिना तैयारी के स्मार्ट मीटर लगाने की जल्दबाजी से लोगों में आक्रोश पनप रहा है।
स्मार्ट मीटर का विरोध, टीम को लौटाया
सोमवार को बिजली विभाग की टीम जब विवेकानंद सर्किल पर स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची, तो स्थानीय उपभोक्ताओं ने विरोध दर्ज कराया। लोगों ने ठेकेदार और बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके से वापस लौटा दिया। उपभोक्ताओं का कहना था कि जब तक मूलभूत समस्याएं नहीं सुधरीं, तब तक मीटर नहीं लगने देंगे। इसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया। कनिष्ठ अभियंता ने हरनावदाशाहजी कस्बे के पुलिस थाने मे स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध कर रहे युवक के खिलाफ विभिन्न आरोप लगाते हुए की रिपोर्ट दर्ज कराई वही दूसरी ओर युवक व परिजनो ने भी दुकान पर पहुंच जबर्दस्ती स्मार्ट मीटर लगाने का आरोप लगाया।
गलत रीडिंग से बढ़े बिल
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जिन घरों में स्मार्ट मीटर लगे हैं, वहां खपत समान रहने के बावजूद बिजली बिल 10% से 30% तक बढ़ गए हैं। नेटवर्क की कमी और तकनीकी खामियों के कारण स्मार्ट मीटर गलत रीडिंग दे रहे हैं, जिससे कई उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिल थमा दिए गए हैं।
लचर व्यवस्था: चोरी और खतरा
कस्बे में जगह-जगह बिजली चोरी हो रही है। अवैध ट्रांसफॉर्मर खुलेआम बेचे जा रहे हैं। कई जगह बिजली के तार इतने नीचे झूल रहे हैं कि लोगों को रस्सियों से बांधकर उन्हें ऊँचा करना पड़ रहा है। स्कूलों और मुख्य मार्गों पर 8-10 फीट की ऊंचाई पर तार जानलेवा खतरा बने हुए हैं।
एईएन को ऊर्जा मंत्री के नाम को सौंपा ज्ञापन
स्थानीय उपभोक्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग के सहायक अभियंता विकास कुमार महावर को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि जब तक बिजली की वर्तमान समस्याओं का समाधान नहीं होता, स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया रोकी जाए। समय रहते यह कार्य नही रोका गया तो उग्र आंदोलन का रूख अपनाया जाएगा।
इस दौरान व्यापार संघ अध्यक्ष मुरलीधर मेहरा, पंचायत समिति सदस्य हंसराज नागर, नरेंद्र नागर, भारतीय जनता युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष अमित गौतम, हेमंत दोलिया, रामबिलास लववंशी समेत अन्य ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
वर्जन
कस्बे मे स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध ज्ञापन मिला था वो अग्रेषित कर दिया है। अभी शुरुआत मे 8-10 स्मार्ट मीटर लगे है जिसमे सबसे सरकारी कार्यालय समेत अन्य ग्रामीण है। कस्बे मे पहले चरण मे करीब 1000 मीटर लगने है।