हरनावदाशाहजी ।स्मार्ट हलचल|बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और पारदर्शी बिलिंग की दिशा में कदम उठाते हुए हरनावदाशाहजी कस्बे में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सबसे पहले यह मीटर सरकारी संस्थानों — बिजली विभाग कार्यालय, पुलिस थाना, उपतहसील, सरकारी अस्पताल, ग्राम पंचायत भवन और अटल सेवा केंद्र — में लगाए जा रहे हैं। इसके पश्चात चरणबद्ध तरीके से सरकारी कर्मचारियों और फिर आम उपभोक्ताओं के मीटर बदले जाएंगे।
विद्युत विभाग का मानना है कि जनता का विश्वास जीतने के लिए पहले सरकारी जगहों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, ताकि लोगों को इसका लाभ और कार्यप्रणाली स्पष्ट रूप से समझ आ सके।
📢 विरोध में उतरा व्यापारिक वर्ग
हालांकि, स्मार्ट मीटर लगने की शुरुआत के साथ ही विरोध के सुर भी तेज हो गए हैं।
व्यापार संघ अध्यक्ष मुरलीधर मेहरा ने इस प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए कहा कि “जब तक कस्बे की बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जाती, तब तक स्मार्ट मीटर का कोई औचित्य नहीं है।”
व्यापार संघ का कहना है कि जब तक बुनियादी समस्याएं नहीं सुलझतीं, स्मार्ट मीटर लगाना केवल जनता पर अतिरिक्त भार डालना होगा। यदि विभाग जल्द सुधारात्मक कदम नहीं उठाता, तो संघ विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।