मानपुरा में भक्तो ने श्री जी को शोभायात्रा निकाल नगर भ्रमण
कराया
काछोला 17 सितम्बर -स्मार्ट हलचल/दिगम्बर जैन समाज मानपुरा ने विराजित भगवान महावीर स्वामी की सवा सात फिट पद्मासन प्रतिमा का मस्तकाभिषेक किया व भगवान की मंगलवार को समाजजनों ने नित्य पूजा पाठ, प्रक्षाल ,अभिषेक कर उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म मनाया।
उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म का अर्थ “”” उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म, जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है।इसका मतलब है कि व्यक्ति को अपने मानसिक, भौतिक, और आध्यात्मिक जीवन में संयमित रहना चाहिए.
ब्रह्मचर्य का पालन करने का मतलब है-
इंद्रियों को नियंत्रित करना, अपने जीवन को आत्मा के विकास के लिए समर्पित करना, आत्मा के मार्ग पर चलना, आत्मा की गहराइयों को समझना.”
प्रमोद जैन ने बताया कि अनन्त चतुर्दशी पर श्री जी की शोभायात्रा नगर में निकाली गई जिसमे महिला पुरुषों ने “जिओ ओर जीने दो”जय महावीर जय महावीर, अहिंसा परमो धर्म जैसे जयघोष व पारस प्यारो लागो, केसरिया केसरिया आज थारो रंग,जैसे भजनों के साथ नाचते गाते शोभायात्रा का आनन्द लिया।जगह जगह समाज द्वारा भगवान की पूजा आरती की गई ।इस मौके पर बड़ी तादाद में धर्मावलम्बी उपस्थित रहे ।सांय काल मे क्षमावणी पर्व मनाया गया।मंदिर मे प्रातः से ही धार्मिक कार्य शुरु हो जाते हैं सायं कालीन बेला में मानपुरा वाले बड़े बाबा की महाआरती , भक्तामर आरती व बालिकाओं बच्चो द्वारा जैन प्रश्नोत्तरी व भगवान की नाचते गाते भक्ति हुई ।बुधवार को मानपुरा जैन समाज द्वारा भगवान का अभिषेक व सामूहिक भोज का आयोजन होगा । कार्यक्रम में महिला मंडल,नवयुवक मण्डल का विशेष सहयोग रहा एवं इस मोके पर कंवरलाल सबदरा, फूलचन्द बगड़ा,सुगन चन्द सेठिया, पुष्प कुमार ठग,चांदमल बगड़ा,पदमकुमार बगड़ा,पारस कुमार, बगड़ा एवं सकल दिगम्बर जैन समाज मानपुरा उपस्थित रहा।