के के धांधेला
स्मार्ट हलचल,पाटन।बेटा हो या बेटी अब हर समाज के लोग उनकी शादी में धूमधाम से बनोरी निकालकर आनंद लेते हैं। एवं आमजन को संदेश देते हैं कि बेटा और बेटी दोनों समान है। पूर्व में बेटे और बेटियों में फर्क समझा जाता था लेकिन वर्तमान में माता पिता अपनी बेटियों को भी बेटों की तरह उच्च शिक्षा दिलाती है और उनके हर मांगलिक कार्यों में बेटों की तरह व्यवहार करती है। इसी का नजारा ग्राम पंचायत राजपुरा में मनोहर लाल स्वामी की दो पुत्रियां मनिषा ओर शर्मिला की शादी से पहले देखने को मिला।
परिजनों ने बहुत धूमधाम से दोनों बेटियों को घोड़ी पर बैठा कर बनोरी निकाली और आमजन को संदेश दिया कि वर्तमान में बेटियां भी बेटों से कम नहीं है। मनोहर लाल के बड़े भाई रामकिशोर स्वामी सेना से सेवानिवृत्त है उनके कोई बेटी नहीं है उन्होंने पूर्व में अपनी धर्म की पुत्री गुलाब मीणा की बनोरी घोड़ी पर बिठाकर निकाल चुके हैं। वही ग्राम पंचायत निमोद की ढाणी साधुवाली मानपुरा में भी नरेश कुमार सैनी ने अपनी दो पुत्रियां किरण सैनी एवं संजू सैनी की बनोरी घोड़ी पर बैठा कर निकाली। परिवार में बेटे और बेटियों का भेदभाव समाप्त हो जाएगा तो स्वत ही वह परिवार और समाज उन्नति के पथ पर आगे आएगा।