स्मार्ट हलचल|देहरादून में सम्पन्न हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन में वर्ष 2025–26 की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की गई। जिसमें चित्तौड़ प्रान्त से राष्ट्रीय स्तर पर दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ मिली है।
श्री हर्षित ननोमा — राष्ट्रीय मंत्री अभाविप
डॉ. घनश्याम शर्मा — राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद के विशेष आमंत्रित सदस्य
स्मार्ट हलचल|श्री हर्षित ननोमा: मूलतः डूंगरपुर से है। आपकी शिक्षा बीएससी,बीएड एवं एल.एल.बी. तक हुई है, व एल.एल.एम. में अध्यनरत है, वर्ष 2014 से आप अभाविप के संपर्क में है| आपने पूर्व में नगर मंत्री डूंगरपुर,जिला संयोजक डूंगरपुर,विभाग सयोंजक बाँसवाड़ा, प्रान्त सह मंत्री एवं प्रान्त मंत्री जैसे दायित्वों का निर्वहन किया है । वर्तमान में आप अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व उत्तर पश्चिम क्षेत्र जनजाति कार्य प्रमुख हैं। वर्ष 2025-26 के लिए आपको राष्ट्रीय मंत्री की नवीन जिम्मेदारी मिली है। आपका निवास डूंगरपुर है ।
प्रो. डॉ घनश्याम शर्मा:
स्मार्ट हलचल|मूलत: निवाई टोंक से है,आप 2012 से विधार्थी परिषद के संपर्क में है,आप सह आचार्य, भौतिक विज्ञान, कोटा विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं । आपके 63 शोध पत्र राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मानक जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। चार विद्यार्थियों ने आपके निर्देशन में शोध की उपाधि प्राप्त की है। UGC,DST,CSIR नई दिल्ली ने आपको चार शोध परियोजनाए स्वीकृत की है। आपने 40 से अधिक राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय सेमिनार कार्यशालाओं ने शोधपत्र पड़े है। पूर्व में आप महानगर अध्यक्ष,प्रान्त उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहे है, वर्तमान में आप चित्तौड़ प्रान्त के प्रान्त अध्यक्ष है, वर्ष 2025-26 आपको राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में विशेष आमंत्रित सदस्य की नवीन जिम्मेदारी मिली है।आपका निवास कोटा है ।
श्री हर्षित ननोमा ने कहा कि—
“ABVP ने सदैव राष्ट्रवादी सोच, छात्र हित, शिक्षा सुधार और सामाजिक उत्तरदायित्व की दिशा में काम किया है। मुझे राष्ट्रीय मंत्री की जिम्मेदारी दिए जाने का अर्थ है कि अब युवा और शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने की मेरी भूमिका और विस्तृत होगी।”
डॉ. घनश्याम शर्मा ने कहा कि—
“राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल होना मेरे लिए गर्व और जिम्मेदारी दोनों है। मैं संगठन के कार्यो को गति प्रदान करने और शिक्षा जगत में सकारात्मक सुधार के लिए पूर्ण समर्पण से कार्य करूँगा।”
चित्तौड़ प्रान्त के लिए गौरव का क्षण
अधिवेशन में यह घोषणा होने पर प्रान्तीय प्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं में उत्साह का वातावरण रहा। संगठन ने विश्वास जताया कि दोनों पदाधिकारी अपने अनुभव, समर्पण और कार्यशैली से राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान देंगे।


