हाइवे के ढाबो होटलों पर बाल श्रमिक परोस रहे अवैध शराब, जिम्मदारो ने बांधी आंखों पर पट्टी।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है, इस दिन को मनाने का मकसद दुनिया भर में बच्चों से काम करवाने की समस्या पर ध्यान खींचना और इसे खत्म करने के लिए लोगों को जागरूक करना है। लेकिन धरातल पर देखे तो सरकारी प्रयासों में कमी की वजह से या फिर राजनीतिक दबाव के चलते कोई प्रभावी कार्यवाहियों के ना होने से जिलेभर में बालश्रम बढ़ता जा रहा है और साथ ही इन मजबूर बाल श्रमिकों का शोषण भी।
बाल श्रम क्या है?
जब कोई बच्चा, जिसकी उम्र 14 साल से कम होती है, स्कूल जाने की बजाय काम करने को मजबूर हो, तो इसे बाल श्रम कहा जाता है, एक शोध के मुताबिक, विश्व स्तर पर हर दस में से एक बच्चा काम करने के लिए मजबूर है, आज के समय में भी दुनिया भर में लाखों बच्चे गरीबी, मजबूरी या लालच के कारण बाल मजदूरी कर रहे हैं, इन बच्चों से होटल, फैक्ट्री, खेत, दुकानों, घरों और अन्य जगहों पर काम करवाया जाता है, इससे न सिर्फ बच्चों का बचपन छिन जाता है, बल्कि उनके शरीर और दिमाग पर भी बुरा असर पड़ता है।
चित्तौड़गढ़ जिले में निम्बाहेड़ा- चित्तौड़गढ़ हाइवे पर निम्बाहेड़ा सदर थाना, शंभूपुरा थाना ओर चित्तौड़गढ़ सदर थाना क्षेत्र में आने वाले कई हाइवे ढाबा ओर होटल पर बड़ी संख्या में बाल श्रमिक खाना व यहाँ तक कि आपको शराब परोसते हुए दिख जाएंगे, इसे देश का दुर्भाग्य कहे या हमारे जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही या मिलीभगत लेकिन हालात कुछ यही बयान कर रहे है। देखा जाए तो क्षेत्र में बाल श्रम तो बढ़ ही रहा है साथ ही इन मजबूर बाल श्रमिकों पर इन होटल ढाबा मालिको का आर्थिक और शारीरिक शोषण भी होता है, लेकिन इस पर ना कोई श्रम विभाग ध्यान देता है, ना ही स्थानीय पुलिस प्रशासन, जिससे कुछ दबंग लोगो द्वारा शिक्षा की उम्र में इन बच्चो को मामूली सी 2-3 हजार रुपये की तनख्वाह देकर शिक्षा से वंचित रखने और बाल श्रम बढ़ाने में ये होटल ढाबा मालिक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
शंभूपुरा थाना क्षेत्र के 1 दर्जन से अधिक होटल ढाबा पर बाल श्रम
जिले में अकेले शंभूपुरा थाना क्षेत्र की बात करे तो यहाँ चित्तोड़ ओर भदेसर रोड पर स्थित करीब 1 दर्जन से भी अधिक होटल ढाबा पर बाल श्रमिक मिल जाएंगे, अभी तक नही होने वाली किसी कड़ी कार्यवाही के अभाव में ऐसे दबंग होटल ढाबा संचालको को अब पुलिस का भी डर नही है।
इन होटल ढाबा पर खुलकर शराब की बिक्री, फिर विभाग ने क्यो पट्टी बांध रखी
हाइवे के इन अधिकांश होटल ढाबा पर खाने के साथ साथ शराब की बिक्री भी धड़ल्ले से हो रही है, जो कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगा रहा है, जहाँ 8 बजे बाद शराब की दुकान बन्द होती है वही इन ढाबा होटलों पर 8 बजे बाद धडल्ले से अवैध शराब कि बिक्री चालू हो जाती है, जिसकि लगता है आबकारी ओर पुलिस विभाग को तो तनिक भी जानकारी नही होगी।
इन्होंने कहा
थाना क्षेत्र की होटलों पर बाल श्रमिक व अवैध शराब मामले को लेकर शंभूपुरा थानाधिकारी रामलाल मीणा ने कहा कि वैसे तो समय समय पर हमारे द्वारा चेकिंग की जाती रही है, फिर भी अभी और जांच सभी जगह की जाएगी अगर ऐसा कोई मामला मिला तो सख्त कार्यवाही होगी।