काछोला में आचार्य हंस चैतन्य जी महाराज के सानिध्य चातुर्मास में होगा संतो का संगम आज
काछोला 3 सितम्बर -स्मार्ट हलचल/कस्बे में श्रीराम सत्संग भवन बाग के बालाजी में आचार्य हंस चैतन्य जी महाराज ने सत्संग सभा मे कहा कि मनुष्य के पास धन के साथ आध्यात्मिक ज्ञान और मूल्यों का होना भी बहुत जरूरी है। और आचार्य श्री ने कहा कि धन से भौतिक जरूरतें पूरी हो सकती हैं, लेकिन यह हमारी आत्मा की गहरी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता और आध्यात्मिक ज्ञान और मूल्य हमें जीवन के अर्थ और उद्देश्य को समझने में मदद करते हैं, जिससे हमें संतुष्टि और शांति मिलती है।
वही आध्यात्मिक ज्ञान हमें नैतिक मूल्यों को समझने में मदद करता है, जैसे कि सत्य, अहिंसा, और करुणा, जो हमारे जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाते हैं। हमे यह सब
आध्यात्मिक ज्ञान हमें जीवन के उद्देश्य को समझने में मदद करता है, जिससे हम अपने जीवन को अधिक अर्थपूर्ण और सार्थक बना सकते हैं।जीवन मे आध्यात्मिक ज्ञान हमें शांति और संतुष्टि प्रदान करता है, जो धन से नहीं मिल सकती।
इसलिए हम सबके लिए धन के साथ आध्यात्मिक ज्ञान और मूल्यों का होना भी बहुत जरूरी है ताकि वह अपने जीवन को अधिक अर्थपूर्ण, सार्थक, और संतुष्ट बना सके।इससे पूर्व आचार्य हंस चैतन्य जी महाराज का ओम प्रकाश मूंदड़ा,बंशी लाल व्यास,रामचन्द्र लढ़ा,सूर्यकांत त्रिवेदी,रमेश त्रिपाठी,सोहन लाल आचार्य,शोभाराम मालू,रामराय सोडानी सहित आदि ने किया।
संतो का समागम आज- श्री बालाजी सत्संग सेवा समिति के सदस्य भैरू लाल मंत्री ने बताया कि
काछोला बाग के बालाजी श्रीराम सत्संग भवन में आचार्य हंस चैतन्य जी महाराज के सानिध्य में चल रहे दिव्य चातुर्मास सत्संग को लेकर बुधवार को आचार्य हंस चैतन्य जी महाराज के साथ चार संतो का समागम होगा जिसमें
स्वामी सोहम चैतन्य पुरी जी महाराज,केकड़ी
स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज ब्यावर
स्वामी चैतन्य गिरी जी महाराज,रामधाम भीलवाड़ा
राजेश्वरानन्द जी महाराज,भीलवाड़ा
राघवेंद्र जी महाराज,मारुतिनंद आश्रम टीटोडा का चातुर्मास में पधारेंगे।