पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आयोजन रिद्धि सिद्धि नगर कोटा में
— 6 राज्यों की 32 मंदिर के 250 से अधिक जिनबिंब की होगी प्राण प्रतिष्ठा
— 6 दिवसीय कार्यक्रम में गर्भ, जन्म, तप, ज्ञान और मोक्ष कल्याणक का आयोजन
— हाड़ौती की सबसे बड़ी स्फटिक मणि की पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति की होगी प्राण प्रतिष्ठा
-पार्श्वनाथ दि जैन मंदिर पार्श्वनाथ निलय मे सवा पांच फ़ीट के पाषाण के पार्श्वनाथ भगवान होंगे विराजमान।
-माईल स्टोन टाउनशिप मे बनने वाले मंदिर मे विराजित होंगे 1200 वर्ष प्राचीन नेमीनाथ भगवान
-बड़गाव जैन मंदिर एवं बोरखेड़ा के मंदिरो की मूर्ति की भी होंगी प्राण प्रतिष्ठा
पंचकल्याण महोत्सव : पाषाण से भगवान बनने की यात्रा
पंचकल्याण महोत्सव : महोत्सव जैन धर्म का
कोटा।स्मार्ट हलचल/कोटा के रिद्धि सिद्धि नगर, कुन्हाड़ी में श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में आगामी 9 से 14 नवंबर 2024 तक श्री मज्जिनेन्द्र 1008 अरिष्ट नेमिनाथ भगवान के पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पट्टाचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के परम् प्रभावक शिष्य श्रुत संवेगी मुनि श्री आदित्य सागर जी ससंघ के मार्गदर्शन में विधिवत पूजन-अर्चन होगा।इस महोत्सव के अंतर्गत गर्भ, जन्म, तप, ज्ञान और मोक्ष कल्याणक, विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान,शोभायात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतिष्ठा विधान संपन्न होंगे। सकल समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि महोत्सव की आयोजक आध्यमिक विशुद्ध ज्ञान वषायोग समित,ऋद्धी—सिद्धी नगर कुन्हाडी है एवं 1008चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन समाज समिति व सकल जैन समाज सहयोगी है। पाषाण से परमेश्वर बनने की इस दिव्य क्रिया में गणाचार्य विराग सागर जी महाराज एवं पट्टाचार्य 108 श्री विशुद्ध सागर जी के आशीर्वाद एवं श्रुत संवेगी मुनिश्री 108 आदित्यसागर जी मुनिराज संसघ के मंगल सान्निध्य में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्वशांति महायज्ञ का 06 दिवसीय आयोजन होगा।
प्रवक्ता मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि शनिवार को गुरूदेव के सानिध्य में सकल समाज के सरंक्षक राजमल पाटोदी, अध्यक्ष विमल जैन नांता,कार्याध्यक्ष जे के जैन,प्रकाश बज,चातुर्मास समिति से अध्यक्ष टीकम पाटनी,मंत्री पारस बज आदित्य,राकेश चपल,पारस कासलीवाल,संजय लुहाडिया,दीपक डीसीएम,हेमंत पाटनी व मुकेश पापडीवाल पम्पलेट का विमोचन भी किया।
चातुर्मास समिति के अध्यक्ष टीकम पाटनी एवं महामंत्री पारस बज आदित्य ने बताया कि महोत्सव का शुभारंभ 9 नवंबर को प्रातः 07 बजे से जिन आज्ञा, घट कलश यात्रा और ध्वजारोहण से होगा। इसके बाद शौर्यपुर नगरी का उद्घाटन, मंडप वेदी शुद्धि और श्रीजी का अभिषेक किया जाएगा। तीर्थंकर के जीवन की पांच महत्वपूर्ण घटनाओं – गर्भ, जन्म, तप, ज्ञान और मोक्ष कल्याणक को पांच दिनों में विधि-विधान से प्रतिष्ठाचार्य बा ब्र. पीयूष,सतना द्वारा संपन्न किया जाएगा। संगीतकार मनीष सरगम भोपाल होंगे।
अध्यक्ष पाटनी व महामंत्री पारस बज आदित्य ने बताया कि गर्भ कल्याणक में माता को सोलह स्वप्न, रत्नवृष्टि जैसी दिव्य घटनाओं का मंचन होगा। जन्म कल्याणक के अवसर पर सौधर्म इंद्र द्वारा तीर्थंकर के नवजात स्वरूप को ऐरावत हाथी पर विराजमान कर पांडुक शिला पर ले जाने की परंपरागत क्रिया का आयोजन पार्श्वनाथ निलय ग्राउंड में किया जाएगा। तप कल्याणक, केवलज्ञान और मोक्ष कल्याणक की क्रियाएं मुख्य पंडाल में संपन्न होंगी।
मंदिर अध्यक्ष राजेन्द्र गोधा एवं मंत्री पंकज खटोड ने बताया कि इस महोत्सव की विशेषता यह है कि इसमें 250 से अधिक जिनबिंबों की प्रतिष्ठा की जाएगी। 06राज्यों से प्रतिमाएं प्रतिष्ठा के लिए कोटा पहुंचेंगी। कोटा के छह से अधिक मंदिरों में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा होगी। अनुमान है कि इस भव्य आयोजन में एक लाख से अधिक श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। भगवान पार्श्वनाथ एवं भगवान सम्भवनाथ की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह हाडौती की सबसे बडी स्फटिक मणि की मूर्ति होगी जिसकी उंचाई 03 फीट की होगी।
06 दिवसीय आयोजन में विभिन्नि आयोजन
कोषाध्यक्ष निर्मल अजमेरा व ताराचंद बड़ला ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत 8 नवंबर को दीक्षा जयंती समारोह से होगी। 9 नवंबर को गर्भ कल्याणक के साथ मुख्य कार्यक्रमों का शुभारंभ होगा, जिसमें जिन आज्ञा, घटयात्रा, ध्वजारोहण और शौर्यपुर नगरी का उद्घाटन शामिल है। 10 नवंबर को माता की गोद भराई समेत विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे।
11 नवंबर को जन्म कल्याणक के अवसर पर भगवान का जन्माभिषेक 1008 कलशों से किया जाएगा। इसके बाद भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। 12 नवंबर को तप कल्याणक में नेमिकुमार की बारात, राज्याभिषेक और दीक्षा विधि संस्कार संपन्न होंगे।
13 नवंबर को ज्ञान कल्याणक के अंतर्गत केवलज्ञान की प्राप्ति, समवशरण रचना और दिव्यध्वनि का कार्यक्रम होगा। महोत्सव का समापन 14 नवंबर को मोक्ष कल्याणक के साथ होगा, जिसमें विश्वशांति महायज्ञ और भव्य शोभायात्रा के बाद प्रतिष्ठा समारोह संपन्न होगा।15 नवंबर को महामस्तकभिषेक होगा।
इन्हे किया आमंत्रित
सकल समाज के कार्याध्यक्ष जे के जैन ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है। इसी के साथ शिक्षा मंत्री मदन दिलावर,उर्जा मंत्री हीरलाल नागर,कोटा उत्तर विधायक शांति धारीवाल,कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा,लाडपुरा विधायक कल्पना देवी,पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी, महापौर उत्तर नगर निगम मंजू मेहरा, पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल,भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश जेन मडिया,जिलाधीश रविन्द गोस्वामी,मुख्य कर आयुक्त पुरूषोतम त्रिपुरी,पुलिस अधिक्षक अमृता दुहन,ग्रामीण अधिक्षक सुजीत शंकर मीणा,डीवाईएसपी अंकित जैन व पार्षद राकेश पुटरा सहित कई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है।
विशेष आकर्षण:
प्रवक्ता मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि महोत्सव के दौरान हर दिन भव्य कलश यात्रा और शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग एक साथ हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही जिनमंदिर निर्माण और प्रतिष्ठा का कार्य भी विधिपूर्वक संपन्न होगा। समाज के वरिष्ठ और प्रतिष्ठित जन इसमें भाग लेंगे और अपनी सेवाएँ प्रदान करेंगे।
पार्श्वनाथ दि. जैन मंदिर पार्श्वनाथ निलय मे सवा पांच फ़ीट के पाषाण के पार्श्वनाथ भगवान विराजमान होंगे तथा माईल स्टोन टाउनशिप मे बनने वाले मंदिर मे विराजित होंगे 1200 वर्ष प्राचीन नेमीनाथ भगवान विराजित किए जाएंगे। महोत्सव में 300 इंद्र—इन्द्राणी सहित मुख्य 50 मुख्य इंद्र—इन्द्राणी ,16 अष्ठकुमारियां,25 ढ़ोल सदस्य,कर्नाटक का चिंदे बैण्ड व उदयपुर का सेमारी बैण्ड व अन्य दिव्यघोष,एरावत हाथी कार्यक्रम में शामिल होगी।इस अवसर पर श्री मज्जिनेंद्र नेमिनाथ जिनबिंब की प्रतिष्ठा के साथ जिनवाणी मंदिर प्रतिष्ठा और मूलनायक की चांदी की वेदी की प्रतिष्ठा भी की जाएगी। महोत्सव में प्रतिदिन प्रातः जाप, अभिषेक, पूजन के साथ सायंकाल आरती और शास्त्र सभा का आयोजन होगा।
यह रहेंगे पुण्यार्जक परिवार
पंचकल्याण प्रतिष्ठा महोत्सव में मुख्य ध्वजा रोहन कर्ता मनोज —नेहा जैसवाल परिवार एवं मुख्य पांडाल उद्धघाटन कर्ता लोकेश दीप्ती जी सिसवाली परिवार होंगे।
पार्श्वनाथ भगवान स्फटिककी मूर्ति अशोक बड़जात्या दुबई एवं संभवनाथ भगवान की मूर्ति के पुण्यरजक महावीर जी बड़ला परिवार होंगे।
(वासुपूज्य भगवान स्फटिक ) विनोद कुमार – शशिबाला, शुभम – साक्षी,विपुल सिंघल परिवार (सारसोप वाले), (पुष्पदंत भगवान स्फटिक ) पदम कुमार-सीता जी,विनोद जी,श्रद्धा, अंकित जैन (बनेठा वाले), (मुनिसुव्रतनाथ भगवान) पदम चंद, महावीर प्रसाद, ऋषभ, अनुज,मोनू, सोनू, जोनू बाकलीवाल (टोड़ा परिवार
वाले) कोटा (पदमप्रभु भगवान) नेमिचन्द – शीला जैन, अजित जैन – सिंपल जैन (जूनिया वाले) (शांतिनाथ भगवान) बसंती लाल-अरुणा, प्रियंक – पूनम डोसी परिवार (आदिनाथ भगवान) प्रकाशचन्द, आशीष कुमार ठाला (शीतलनाथ भगवान) निर्मल कुमार – मंजू, नीरज कुमार,धीरज,विकास,अनिमेष अजमेरा (नेमिनाथ भगवान) पदम कुमार, दिनेश कुमार, विपिन कुमार,अर्हम बड़ला परिवार होंगे।