Stampede in satsang in Hathras:उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां भोले बाबा का सत्संग (Bhole Baba’s Satsang)चल रहा था। बताया गया है कि सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई। हादसे में कई लोगों की मौत होने की आशंका है। घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है, अब तक 27 लोगों की मौत की खबर है। यह आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है। वहीं सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया है।
यहां भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक भक्त घायल हैं। इनमें कई की हालत गंभीर हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। एटा सीएमओ उमेश त्रिपाठी ने बताया कि हाथरस से अब तक 27 शव आ चुके हैं। इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं। वहां करीब 150 से ज्यादा लोग एडमिट हैं। शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है। फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। हादसे के बाद हालात भयावह हो गए। जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया। सीएम योगी ने एडीजी आगरा और कमिश्नर को अलीगढ़ पहुंचने के आदेश दिए हैं। डीएम और एसपी मौके पर पहुंच गए हैं। सत्संग में 15 हजार से अधिक लोग आए थे।
सरकारी अस्पताल फुल, प्राइवेट रिजर्व किए गए(Government hospitals are full, private hospitals are reserved)
हादसे के बाद इतने घायल पहुंचे कि सरकारी अस्पताल फुल हो गए। सीएचसी के बाहर कुछ लोग तड़पते हुए नजर आए। हाथरस प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। सभी से बेड रिजर्व रखने को कहा है। घायल को अब प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया है। मौके पर हालात बेकाबू हैं। हर कोई भीड़ और लाशों के बीच अपनों को तलाश रहा है। सत्संग खत्म हो गया था। एक साथ लोग निकल रहे थे। हॉल छोटा था। गेट भी पतला था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे पर गिर पड़े। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इस वजह से 150 से अधिक लोग घायल हो गए।