राजकीय सम्मान के साथ सलामी देकर हुई हैड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा की तीन दिन में अंत्येष्टि
मांगों को लेकर तीन दिन तक चला था टोंक व जयपुर में लोगों का आंदोलन
स्मार्ट हलचल टोंक/अवैध बजरी ट्रेक्टर वाले ने टोंक में ड्यूटी के दौरान ट्रैक्टर को रुकवाने का इशारा करने पर राजस्थान पुलिस के जवान हैड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा की 2 जुलाई की शाम 5:30 के लगभग सरकारी 112 वाहन को टक्कर मारते हुये जवान की कुचलकर कर दी थी हत्या। बाद में घायल जवान को जयपुर रैफर किया था जो जयपुर एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया था।घटना को देखते हुये समाज सहित कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने टोंक कलेक्ट्रेट सहित घण्टा घर पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई,शहीद का दर्जा देने एवं विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था जो प्रशासन द्वारा 15 दिन के समय तक मांगें पुरी करने सहित अन्य मांगों पर सहमति के बाद राजकीय सम्मान से मृतक जवान खुशीराम बैरवा के शव को राजस्थान पुलिस के सरकारी वाहन द्वारा पार्थिव देह को शौक यात्रा के रूप में भारी पुलिस जवाजमे व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में देवली भांची गांव लाकर।शहीद जवान का राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुये दो राउंड हवाई फायर कर हजारों लोगों की मौजूदगी में अंत्येष्टि हुई।घटना से गांव में तीन दिन से कोहराम मचा हुआ था परिजनों तथा मृतक की पत्नि छोटे बच्चों आदि का रो रो कर बुरा हाल था। पूरे टोंक जिले से कई सामाजिक संगठनों व समाज के लोग जनप्रतिनिधि,कर्मचारियों,अधिकारियों,पुलिस के जवान सहित शव यात्रा में हजारों लोगों ने हैड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा को नम आंखों से अंतिम विदाई के रूप में श्रद्धांजलि दी।