बूंदी- स्मार्ट हलचल|जिले में तलवास गांव के अजीतगढ़ किले पर राजाओं द्वारा मनुष्यों एवं जंगली जानवरों हेतु दो विशाल पानी के टांके बना रखे हैं। स्टेट समय से आज तक मरम्मत नहीं होने के उपरांत भी रामसागर (पूर्व दिशा वाले) में पानी उपलब्ध है। रामसागर बडा पश्चिम दिशा ( कडूलिया के नाम से प्रसिद्ध ) वाले में सदैव पानी भरा रहता है। जंगल की तरफ से इसमें पानी आता है। इस स्थल पर भी वर्तमान में पानी उपलब्ध है। इस कुंड में पानी भरने के बाद मुख्य कुंड ( कडूलिया ) में पानी पहुंचता है।
जल ही जीवन है। जल से ही जंगल व जंगल से ही जंगली जानवर है। पर्यावरण तथा शुद्ध हवा से ही जीवन सुरक्षित है। सरकारें जंगलों में पानी रोकने के लिए करोड़ों रूपए प्रति वर्ष खर्च कर रही है ताकी जंगली जानवरों को पानी के लिए नहीं भटकना पड़े।
तलवास के अजीतगढ़ किले के जंगल में स्टेट समय के बहुत ही विशाल व मजबूत पानी के टांके उपलब्ध है। सरकार व वन विभाग चाहे तो ऐसे स्टेट समय के पानी के टांकों की मरम्मत करवा कर करोड़ों रूपए का खर्चा बचा सकती है।
वर्षा ऋतु दो माह बाद प्रांरम्भ हो जाएगी। आवश्यकता है अतिशीघ्र अजीतगढ़ किले में स्थित दोनो कुण्डों की मरम्मत करवाने की। वन विभाग के अधिकारियों को वास्तविकता से अवगत करवाने की आवश्यकता है। बजट एवं स्वीकृति देने वाले अधिकारियों को तत्काल प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करे। पूर्व में प्रस्ताव भिजवाए गये हो तो आवश्यक निर्देश प्राप्त करें साथ ही स्वीकृति व बजट प्राप्त करते हुए वर्षा ऋतु पूर्व मरम्मत/निर्माण में जो भी प्राथमिकता में आवश्यक कार्य संभव हो वह कार्य करवाने की आवश्यकता है।
रतनसागर झील के दोनों कुण्डों की मरम्मत करवाने हेतु वर्षो से मांग करते आए हैं लेकिन अभी तक विभाग ने इन कुण्डों की मरम्मत करवाना आवश्यक नहीं समझा है।
मूलचंद शर्मा समाजसेवी तलवास ने जिला वन अधिकारी बूंदी एवं जिला कलक्टर बूंदी को पत्र भिजवा कर अजीतगढ़ किले पर स्टेट समय के बने हुए कुण्डों की वर्तमान समय पर मरम्मत करवाऐ जाने हेतु अनुरोध किया है। पहाड के ऊपर वर्तमान में भी इन स्थलों पर पानी है जिससे जंगली जानवर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।