रामप्रसाद माली
स्मार्ट हलचल|गंगापुर शहर इन दिनों आवारा सांडों के आतंक से जूझ रहा है। गोभक्त नगर पालिका चेयरमेन और गोभक्त विधायक के जिम्मेदार पद होने के बावजूद शहर की गौ–सुरक्षा और सड़क सुरक्षा की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है। रविवार को शहर के बस स्टेण्ड में अध्यक्ष की दुकान के ठीक बाहर सांडों में अचानक भीषण लड़ाई शुरू हो गई, जिससे आसपास अफरा–तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सांडों की भिड़ंत इतनी तेज थी कि कई महिलाएं, बच्चे और राहगीर बाल–बाल बचे। दुकानदारों ने पानी की बाल्टिया भर भर कर लड़ते हुए सांडो पर डाली राहगीरों ने भागकर खुद को सुरक्षित किया, लेकिन शहरवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है कि बार–बार शिकायतों के बावजूद आवारा पशुओं को नियंत्रित करने की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि गो–रक्षा के नाम पर बड़े–बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हालात इसके बिल्कुल उलट हैं। आवारा सांड आए दिन सड़क पर दौड़ते रहते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जा रहा है।
शहरवासियों ने प्रशासन, नगर पालिका, गोभक्त पालिका चैयर मेन और क्षेत्रीय विधायक से मांग की है कि तुरंत प्रभाव से आवारा सांडों को पकड़कर गौशाला में शिफ्ट किया जाए और शहर की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जाए, ताकि किसी बड़ी घटना को रोका जा सके


