नितिन डांगी, ब्यावर
स्मार्ट हलचल|ब्यावर, जिला प्रशासन ने युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालने और जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार की है। आज ब्यावर में आयोजित जिला स्तरीय नार्को कोर्डिनेशन (NCORD) समिति की बैठक में प्रशासन ने कई बड़े और निर्णायक कदम उठाने का ऐलान किया।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खडगावत ने कहा कि जैसे जिले ने अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर मिसाल कायम की, अब वैसे ही नशे के खिलाफ भी अभियान छेड़ा जाएगा। स्कूलों और कॉलेजों के आसपास फैले नशे के अवैध कारोबार पर शिकंजा कसने की तैयारी है।
अवैध तस्करी और ड्रग्स पर कसेगा शिकंजा
बैठक में फैसला लिया गया कि जिले की सभी एजेंसियां अब खुफिया जानकारी साझा करेंगी ताकि नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाई जा सके। अफीम और गांजे की अवैध खेती पर नजर रखने के लिए निगरानी तंत्र को और मजबूत किया जाएगा, और मेडिकल स्टोरों पर बिकने वाली नशीली दवाओं की विशेष निगरानी की जाएगी।
ई-सिगरेट और भांग के ठेकों पर भी कार्रवाई
ई-सिगरेट और अन्य नशीले उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। भांग के वैध ठेकों पर अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए भी संयुक्त टीमें बनाई जाएंगी।
डार्क नेट और गुप्त लैब्स पर निगरानी
डार्क नेट के माध्यम से हो रही ड्रग्स तस्करी पर साइबर पुलिस की निगरानी बढ़ेगी। गुप्त प्रयोगशालाओं और केमिकल मूवमेंट पर भी विशेष नजर रखी जाएगी।
युवाओं और महिलाओं की होगी भागीदारी
इस मुहिम को जन आंदोलन का रूप देने के लिए महिलाओं और युवाओं को जोड़ा जाएगा। स्कूलों, कॉलेजों और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे।
पुलिस अधीक्षक की अपील
पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने आम जनता से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत दें। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज तभी संभव है जब जनता और प्रशासन साथ मिलकर काम करें।
इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर मोहनलाल खटनावलिया, उपखंड अधिकारी दिव्यांश सिंह, एएसपी भूपेंद्र, डीएसपी राजेश कसाना सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।