समर्थ कुमार सक्सेना
लखनऊ। स्मार्ट हलचल|आगामी 13 जनवरी को आयोजित होने वाले निषाद पार्टी के कार्यक्रम की तैयारियों के क्रम में आज कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी सुप्रीमो डॉ. संजय कुमार निषाद के सरकारी आवास पर दो दिवसीय शिक्षण–प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।यह दिन नहीं अधिकारों का निर्णायक मोड़- डॉ संजय निषाद
इस अवसर पर मंत्री डॉ संजय ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 13 जनवरी केवल एक तिथि नहीं, बल्कि निषाद समाज के अधिकार, सम्मान और स्वाभिमान के संघर्ष का प्रतीक है। उन्होंने कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के लिए संगठनात्मक एकजुटता, अनुशासन और सक्रिय जनसंपर्क पर विशेष जोर दिया।
विचार मजबूत होंगे आंदोलन अजेय होगा- डॉ संजय निषाद
मंत्री डॉ संजय निषाद ने स्पष्ट किया कि यह शिक्षण–प्रशिक्षण शिविर कार्यकर्ताओं को वैचारिक रूप से सशक्त करने तथा कार्यक्रम की रणनीति को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
मछुआ समाज के पूरे प्रदेश संकल्प- डॉ संजय निषाद
इस शिविर में प्रदेश के सभी जनपदों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की सहभागिता रही, जिससे संगठन की व्यापकता और मजबूती का स्पष्ट संदेश गया।
चुनाव नहीं हक़ की लड़ाई लड़ी जाएगी- डॉ संजय निषाद
मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में निषाद पार्टी पूरी मजबूती, आत्मविश्वास और संगठित रणनीति के साथ चुनाव लड़ेगी तथा हर स्तर पर जनता की आवाज़ बनेगी।
सत्ता सहभागिता नहीं अधिकार सुनिश्चित करने का प्रयास- डॉ संजय निषाद
उन्होंने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से आह्वान किया कि अब बिना थके और बिना रुके अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना होगा। हमारा एकमात्र लक्ष्य है—सत्ता में मजबूती से भागीदार बनकर संवैधानिक आरक्षण के अधिकार की लड़ाई को निर्णायक रूप से लड़ना और हासिल करना।
संघर्ष ने पहचान दी विश्वास बढ़ाया- डॉ संजय कुमार निषाद
निषाद ने कहा कि आज निषाद पार्टी ने न केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि देश और विदेश में भी अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है, जो समर्पित कार्यकर्ताओं के संघर्ष और प्रतिबद्धता का परिणाम है।
कार्यकर्ता ही पार्टी की असली ताकत- डॉ संजय निषाद
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा—कार्यकर्ता रहेंगे तो पार्टी है। निषाद पार्टी में समाज के सम्मान, अधिकार और स्वाभिमान की लड़ाई में सहभागी बनने वाले हर व्यक्ति का स्वागत है।


