वार्डन से डर के भागे छात्र की कुएं में गिरने से मौत मेवाड़ यूनिवर्सिटी का था छात्र
शौक मौज के लिए निकलते हैं बाहर।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल/गंगरार उपखंड मुख्यालय पर स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी में अध्यनरत छात्र होटल में खाना खाते समय अपने हॉस्टल वार्डन को आता देख छात्रा इतना भयभीत हो गए कि खाना छोड़कर भागे चार छात्रों में से एक छात्र की कुएं में गिरने से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार रात्रि करीब 10 बजे मेवाड़ यूनिवर्सिटी में अध्ययन करने वाले छात्र जो परिसर में बने हॉस्टल में ही रहकर अध्ययन कर रहे हैं रात्रि में क्रिकेट मैदान की दीवार लांघकर मेवाड़ यूनिवर्सिटी से करीब आधा किलोमीटर दूर कॉलेज के सामने बनी एक होटल पर खाना खाने पहुंचे खाने का ऑर्डर देकर बैठे तभी हॉस्टल के वार्डन को एक अन्य व्यक्ति के साथ होटल की तरफ आता देख घबरा गए होटल के पीछे बने खिड़की से चारों छात्र खुद कर अंधेरे में इधर-उधर भाग गए, भागते समय दो छात्र साथ थे जबकि एक छात्र अकेला ही दूसरी तरफ भाग गया तीनों ने सोचा कि चौथा साथी एक दूसरे के साथ होगा आधे घंटे बाद वापस तीनों छात्र रात्रि 12 बजे पुनः होटल पर आकर चौथा साथी के बारे में होटल मालिक से पूछा पूछने पर पहले तो अभिज्ञता जाहिर की फिर कहा कि होटल के पीछे खेत में दो कुए हैं जहां देख लो कुएं के पास जाकर देखा एक चप्पल नजर आ गई जबकि दूसरी चप्पल कुएं के अंदर पानी में तैर रही थी रात्रि में ही यूनिवर्सिटी प्रबंधन एवं पुलिस को घटना की जानकारी दी गई रविवार प्रातः 8 बजे पुलिस घटनास्थल पर एवं वाइस चांसलर आलोक मिश्रा पहुंचे और चित्तौडग़ढ़ व हिंदुस्तान जिंक से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया जिन्होंने आधे घंटे के प्रयास से पानी में बलिया डालकर मृतक का शव बाहर निकाल कर गंगरार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मोर्चरी में रखवाया।
थाना प्रभारी बलवंत सिंह ने बताया कि मृतक निर्भय कुमार पिता प्रभास पोद्दार उम्र 21 वर्ष निवासी पटना बिहार का रहने वाला है जो स्थानीय मेवाड़ यूनिवर्सिटी के कुंभा हॉस्टल में रहकर फार्मेसी प्रथम वर्ष का छात्र था जो रात्रि में बीबीसी होटल के पीछे खेत में बने हुए कुए के पानी में डूबने से मृत्यु हो गई, शव को स्थानीय चिकित्सालय के मोर्चरी में रखवा कर परिजनों को सूचित कर दिया है, परिजनों के मंगलवार तक पहुंचने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा इधर मृतक के साथ खाना खाने आए अन्य छात्र आकाश कुमार, शिवम रोहित प्रशांत व हरबंस ने वार्डन संजय ठाकुर व यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वार्डन हमें यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर बहुत ज्यादा डराता धमकता है जबकि पूरा पैसा वसूलने के बाद भी हमें ना तो पूरा खाना दिया जाता है ना ही खाने में कोई स्वाद होता है मजबूरन रात्रि में हमें भूख लगने पर चार दिवारी से कूदकर बाहर होटल पर खाना खाने आना पड़ता है।
इधर यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष अशोक गदिया का कहना है कि हम पर लगे आरोप गलत है खाना स्वादिष्ट व भरपेट दिया जाता है, लेकिन कई छात्रों को शराब पीने व मटन चिकन खाने का शौक भी होता है जो कॉलेज में उपलब्ध कराना संभव नहीं है, इसीलिए अपने शौक मौज पूरे करने के लिए रात्रि में गैर कानूनी तरीके से दीवार लांघकर बाहर होटल पर जाते हैं जिनको रोकना संभव नहीं है।