नॉर्थ केप 4000 : अत्यंत चुनौतीपूर्ण, लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय साइकिल रेस
—नितिन सैनी ने 4200 किमी की महायात्रा पूर्ण कर कोटा का नाम इटली में लहराया,
—नितिन सैनी ने किया सपनों को साकार,नॉर्थ केप 4000″ की सफलतापूर्वक महायात्रा पूरी
— कोटा के साइकिलिंग प्रेमी नितिन सैनी का सपना साकार 7 देशों में 4200 किमी की साइकिल यात्रा की पूर्ण
कोटा। स्मार्ट हलचल/कोटा के साइकिलिंग प्रेमी नितिन सैनी ने अपनी अद्वितीय क्षमता और साहस का परिचय देते हुए नॉर्थ केप 4000 साइकिलिंग इवेंट को सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह इवेंट,यूरोप के 7 देशों में 4200 किमी की साइकिल यात्रा के लिए प्रसिद्ध है। 4200 किलोमीटर के अनसपोर्टेड बाय साइकिलिंग एडवेंचर का यह सातवां संस्करण था, जिसमें विभिन्न देशों के टॉप 300 साइक्लिस्ट ने भाग लिया और विश्व के 150 लोग सहित कोटा के 42 वर्षीय नितिन सैनी ने इसे सफलतापूर्वक पूर्ण किया है।
क्या है नॉर्थ केप 4000
नितिन सैनी ने बताया कि यह 20 दिन की अत्यंत चुनौतीपूर्ण, लंबी दूरी की साइकिल रेस की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है। यह रेस इटली के रोवरेटो से प्रारंभ होकर ऑस्ट्रिया, जर्मनी, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड होते हुए नॉर्वे के उत्तरी छोर, नॉर्थ केप तक पहुंचती है। इसके नियमानुसार प्रतिभागी किसी भी प्रकार की बाहरी मदद नहीं ले सकता है और उन्हें निर्धारित समय सीमा 20 दिन में नॉर्वे के नॉर्थ केप पहुंचना था।
चुनौतीपूर्ण यात्रा
विभिन्न यूरोपीय देशों से होकर गुजरती अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का सफल बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। विविध मौसम परिस्थितियाँ,पहाड़, मैदान, तटीय क्षेत्र,लंबी दूरी और शारीरिक थकान की चुनौतियों से इसका सामना करना पडा। शारीरिक मजबूती,मानसिक दृढ़ता,साइकिलिंग प्रेम,सहनशक्ति, रणनीति और साहस व अनुभव के दम पर इस रेस की चुनौतियो को पूर्ण कर सका।
दुर्गम स्थल,विषम परिस्थितियां
नितिन सैनी ने बताया कि यात्रा के दौरान उन्होंने 36,000 मीटर की ऊँचाई को पार करते हुए पहाड़ों, घाटियों और ठंडी हवाओं का सामना किया। 20 दिन के सफर में 35 डिग्री के तापमान से लेकर 05 डिग्री के तापमान तक में साइकिलिंग की। दिन और रात में साइकिलिंग कर 4200 किमी की यात्रा को पूर्ण किया। इस सफर में कभी खाना के लिए भोजन तो रात में नींद को भी छोड़ना पड़ा। 20 जुलाई को इटली के रोवरेटो में प्रारंभ हुई यात्रा 10 अगस्त को नॉर्वे के नॉर्थ केप पहुंचकर पूर्ण हुई। भारत से इस प्रतियोगिता में कोटा के नितिन सैनी सहित 03 लोग शामिल हुई। इसे पूरा करने पर प्रतिभागियों को फिनिशर का सर्टिफिकेट दिया गया।
संस्कृतियों का आदान प्रदान
अपने अनुभव साझा करते हुए, नितिन ने बताया, यह रेस विभिन्न देशों से गुजरती है, जो प्रतिभागियों को विविध यूरोपीय संस्कृतियों का अनुभव प्रदान करती है।हालांकि यह एक प्रतियोगिता है,परन्तु राइडर्स के बीच एक मजबूत समुदाय भावना विकसित होती है,जो एक-दूसरे की मदद और समर्थन करते हैं।यह रेस न केवल एक खेल प्रतियोगिता है, बल्कि एक साहसिक यात्रा भी है, जो प्रतिभागियों को यूरोप के विविध परिदृश्यों और संस्कृतियों का अनुभव करने का अवसर प्रदान करती है।
परिवार बना प्रेरणा,कोटावासियों ने बढ़ाई हिम्मत
इस चुनौतीपूर्ण साइकिल यात्रा पूर्ण करने में परिवार उनकी हिम्मत व प्रेरणा रहा।उन्होंने पिता ईश्वर लाल सैनी के मार्गदर्शन व अटूट विश्वास एवं पत्नी अंशु सैनी द्वारा समय समय पर दिए गए हौंसले एवं सलाह व हमेशा पीछे खड़े रहने की ताकत को सफलता का राज बताया। ईश्वरलाल सैनी ने बताया कि इस यात्रा के दौरान एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया,जिसमें कोटा वासियों पूरी यात्रा में नितिन के अनुभवो को साझा करते रहे और उसका हौसला बढ़ाते रहे। ग्रुप में निरंतर सदस्यों की संख्या बढ़ती रही और लोग नितिन के जज़्बे की तारीफ कर उसका हिम्मत बढ़ाते रहे।
भव्य स्वागत
जब नितिन कोटा वापस लौटे, तो उनका भव्य स्वागत किया गया। उनके दोस्तों, परिवार और साइकिलिंग समुदाय के सदस्यों ने उनका अभिनंदन किया और उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया। कोटा के लिए यह एक गर्व का क्षण है, जब नितिन सैनी ने अपनी मेहनत, दृढ़ संकल्प और जुनून से नॉर्थ केप 4000 जैसी कठिन चुनौती को पूरा किया। उन्होंने न केवल अपने शहर बल्कि पूरे देश का नाम विश्व पटल पर अंकित किया है।