भीलवाड़ा । उपनगर पुर के सैकड़ो ग्राम वासियों ने शनिवार को बार काउंसलिंग अध्यक्ष को एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर कहा कि शक्ति चौबे पिता गणपत चौबे ब्याज का व्यापार करता है जो शुरू में कम रकम पर ब्याज लेने के लिए लोगों को प्रलोभन देता है तथा बाद में 10 से 12% तक का ब्याज जोड़कर रकम वसूल करने के लिए अनैतिक कृत्य करना शुरू कर देता है तथा ब्याज लेने वालों के परिवारजनों के साथ उनको घर बुलाकर जबरन दोनों पिता पुत्र मारपीट करना शुरू कर देते हैं और जमीनों पर नाजायज कब्जा करने लग जाते है। जब इसके विरुद्ध थाना पुर में मुकदमा दर्ज कराने हेतु जाते हैं तो पुर थाना पुलिस द्वारा शक्ति चौबे से मिलकर जो कि अधिवक्ता भी हैं अपने वकील होने का नाजायज फायदा उठाकर उल्टा प्रार्थियों पर ही कार्यवाही की जाती है। जिससे इसके आतंक से पूरा गांव भयभीत है आए दिन लड़ाई झगड़ा ,गाली गलौज ,दंगा प्रसाद, नाजायज कब्जा ,धमकियां व परिवार वाले वृद्ध माता-पिता परिवारजन के साथ जबरन धक्का मुक्की कर घर में बंदी बनाकर मारपीट की जाकर घिनौने कृत्य किए जाते हैं।
पुर थाने में इसके विरुद्ध पांच से छः अपराधिक मामले दर्ज हैं जिस पर आज दिन तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
दिए गए ज्ञापन में ग्राम वासियों ने बताया कि दिनांक 17 सितंबर 2025 को शक्ति चौबे व उसके पिता गणपत चौबे द्वारा गांव के ही सीनियर सिटीजन रिटायर्ड अध्यापक जो की सुबह मॉर्निंग वॉक पर गए उनको जबरन घर में घसीट कर मारपीट की गई जिस पर उनकी पत्नी को पता चलने पर वह छुड़ाने गई तो उसके साथ भी मारपीट की गई तब उनके पुत्र द्वारा थाना पुर में रिपोर्ट दी गई तब दो पुलिस कर्मियों की उपस्थिति में उनके घर से छुड़ाकर बाहर निकाला गया तथा पुर पुलिस द्वारा केवल एक ही आरोपी शक्ति चौबे को गिरफ्तार कर शांति भंग की धारा में ही कार्यवाही की गई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।
जिससे समस्त ग्राम वासियों में भारी आक्रोश हैं। ग्रामवासीयो ने कहा कि शक्ति चौबे आए दिन वकील होने की धमकी देकर ब्याज से दुगनी तिगुनी राशि लेता है और ब्याज व रकम लोटा देने के बाद भी दी गई रकम के पेटे दिए गए दस्तावेज चेक ,स्टांप भी नहीं लौटाता है और उनको अलग से रुपए देने की मांग करता है।
ग्राम वासियों ने दोनों पिता पुत्र के आतंक के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की। ग्राम वासियों ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने ग्राम वासियों की बात को सुना व पुर थाना प्रभारी को इस मामले में तुरंत कार्यवाही करने का निर्देश दिया ।


